Rajasthan Accident: जाना था एक्सप्रेस-वे… काल ले आया दौसा की ओर; हादसे में एक परिवार के 4 लोगों की दर्दनाक मौत
Rajasthan Road Accident: सडक़ हादसे में मृतक परिवार को हरियाणा से एक्सप्रेस-वे के माध्यम से मेहंदीपुर बालाजी ले जाना था, लेकिन काल उनको दौसा की ओर ले आया।
मृतका राजबाला व मां प्रमिला के साथ बेटी साक्षी और बेटा दीपांशु। पत्रिका फाइल फोटो
Dausa Road Accident: दौसा शहर के बायपास पर कलक्ट्रेट चौराहे व परिवहन कार्यालय के मध्य शुक्रवार देर रात सडक़ हादसे में मृतक परिवार को हरियाणा से एक्सप्रेस-वे के माध्यम से मेहंदीपुर बालाजी ले जाना था, लेकिन काल उनको दौसा की ओर ले आया। आशंका है कि जीपीएस लोकेशन को समझने की चूक से वे एक्सप्रेस वे की जगह जयपुर की ओर से दौसा आ गए।
रात्रि साढ़े दस से ग्यारह बजे मध्य हुई यह सडक़ दुर्घटना इतनी भीषण थी की कंटेनर से टकराकर कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में मां, बेटी और बेटे समेत रिश्ते में लगने वाली दादी की मौत हो गई। पूरी तरह क्षतिग्रस्त कार से शवों को निकालने में करीब आधे घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी।
मृतकों की पहचान प्रमिला देवी (40), बेटी साक्षी (16), बेटा दीपांशु (20) और राजबाला जाट (60) रिश्ते की दादी के रूप में हुई है। ये सभी हरियाणा के रोहतक के रहने वाले थे। घटना से पूरे परिवार में मातम छा गया। रात को मेहंदीपुर बालाजी पहुंचे अन्य रिश्तेदार आ गए। रो-रोकर उनका बुरा हाल हो गया। हर कोई उनको सांत्वना देने में लगा रहा।
कार में बालाजी के चढ़ाने के लिए नारियल व ध्वज मिले
मृतकों की कार में बालाजी के चढ़ाने के लिए नारियल व ध्वज आदि पूजन सामग्री मिली। जानकारी के अनुसार दो-तीन पहले ही सभी ने बालाजी आकर ढोक लगाने की योजना बनाई थी। तीन माह पूर्व पिता की मौत परिवार में दीपांश व उसकी मां और बहन ही थी। यह सडक़ हादसा पूरे परिवार को लील गया।
गुमसुम बैठे रहे परिजन
सडक़ हादसे की सूचना पर दौसा अस्पताल में परिजन गुमसुम व स्तब्ध होकर बैठे रहे। मृतक युवक दीपांशु के ताऊ भगवान सिंह को अन्य लोग सांत्वना देते रहे। दूसरी कार में सवार आनंद शर्मा ने बताया कि तीन कारों में करीब 15 लोग मेहंदीपुर बालाजी के लिए रवाना हुए थे। रात करीब 9 बजे दीपांशु ने फोन पर कहा था कि ट्रैफिक के कारण उसे समय लगेगा, तुम लोग पहुंचों। इसके बाद दो कार मेहंदीपुर बालाजी पहुंची थी, रात करीब 12 बजे दुर्घटना की जानकारी मिलने पर वे दौसा आए।
परिवहन विभाग का दल रात के समय हाईवे पर खड़ा होकर वाहन रुकवाता है। इसे लेकर कई बार दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन मामला दबा दिया जाता है। करीब छह माह पूर्व जिला कलक्टर ने भी कलक्ट्रेट चौराहे के समीप वाहनों की जांच रोकने को कहा था, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। इस हादसे के बाद कुछ लोग तो यह भी आरोप लगा रहे हैं कि परिवहन दल अवैध वसूली के लिए वाहन रुकवा रहा था, हालांकि इस आरोप की कोई पुष्टि नहीं हो सकी। जिला अस्पताल में मृतक राजाबाला के बेटे सुमित ने भी पत्रकारों के सवाल पर कहा कि भविष्य में घटना नहीं हो, इसके लिए स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए।