हाईस्कूल में जिन स्कूलों का सबसे खराब रिजल्ट रहा है, उनमें राधा हायर सेकेंडरी स्कूल पथरिया और शिव शिशु विद्यालय दमोह का रिजल्ट शून्य प्रतिशत रहा है। इसी तरह शासकीय हाईस्कूल महगुंवा तेंदूखेड़ा का 3.13, प्रेमशंकर सरैया स्कूल तारादेही का 5.56, लाल बहादुर शास्त्री दमोह का 6.67, शा.वीर दुर्गादास हाईस्कूल दमोह का 7.69, महाराणा प्रताप दमोह का 11.69, शा. हाईस्कूल बलारपुर का 14.06, शा. हाईस्कूल मनका और अग्रवाल स्कूल दमोह का 15, जागेश्वरनाथ हायर सेकेंडरी स्कूल बांदकपुर का 16.67, शा. हाईस्कूल तारादेही का 18.02, आरपी मोदी जैन स्कूल का 19.05, शा. हाईस्कूल पतलोनी का 19.23 और शा. नवीन हाईस्कूल कोंडाकलां का रिजल्ट 19.51 रहा है।
हायर सेकेंडरी में भी 14 स्कूल ऐसे हैं, जिनका रिजल्ट 20 प्रतिशत से कम रहा है। जागेश्वरनाथ हायर सेकेंडरी स्कूल बांदकपुर, राधा हायर सेकेंडरी स्कूल पथरिया और प्रेमशंकर सरैया हायर सेकेंडरी स्कूल तारादेही के सभी बच्चे फेल कर गए हैं। इसके अलावा शा. हायर सेकेंडरी स्कूल तारादेही का 5.26, शा. हायर सेकेंडरी सैलवाड़ा का 6.35, छत्रपति शिवाजी स्कूल नरसिंहगढ़ का 6.67, शा. हायर सेकेंडरी स्कूल सर्रा का 7.32, आरपी मोदी जैन स्कूल दमोह का 8.33, महाराणा प्रताप स्कूल दमोह का 11.21, शा. हायर सेकेंडरी राजापटना को 14.29, शा. हायर सेकेंडरी सोंजना का 15.91, शा. नवीन हायर सेकेंडरी स्कूल कोंडाकला का 17.19 , शा. हायर सेकेंडरी स्कूल मुडिय़ा का 18.46 और शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल तेजगढ़ का रिजल्ट 18.8 प्रतिशत आया है।
रिजल्ट में तेंदूखेड़ा क्षेत्र के स्कूलों का रिजल्ट सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। सैलवाड़ा, सर्रा, कोड़ाकला, तेजगढ़, पतलोनी, तारादेही, तेंदूखेड़ा के स्कूल कम रिजल्ट वाले स्कूलों में शामिल है। इसके अलावा पथरिया, दमोह, पटेरा क्षेत्र के स्कूल भी इनमें शामिल है।
खराब रिजल्ट के बीच कुछ स्कूलों के रिजल्ट शानदार रहे हैं। इनमें 12वीं में गुरुकुल इग्लिस मीडियम स्कूल का रिजल्ट 100 प्रतिशत रहा है। जबकि एक्सीलेंस स्कूल दमोह का 98 व सरस्वती स्कूल पथरिया का रिजल्ट 96 प्रतिशत रहा है। इसी तरह 10वीं में बटियागढ़ के शा. हाईस्कूल सादपुर, लिधौरा और भिलौनी के अलावा श्रीकृष्ण स्कूल रसीलपुर का रिजल्ट 100 प्रतिशत रहा है। जबकि एक्सीलेंस दमोह का 99.2, शा. हाईस्कूल देवरी फतेहपुर का 95.65, मॉडल स्कूल दमोह और शा. स्कूल बरधारी का 94.44 प्रतिशत रिजल्ट रहा है।
रिजल्ट के हर बिंदू की समीक्षा की जा रही है। जिन भी स्कूलों का रिजल्ट कम आया है, उन प्राचार्यों से जवाब लिए जाएंगे। साथ ही जरूरी कार्रवाई भी की जाएगी।
एसके नेमा, डीइओ दमोह