टीम इंडिया के मुख्य कोच बनने के सवाल पर सौरव गांगुली ने कहा, मैंने इस बारे में कभी सोचना नहीं, क्योंकि अलग-अलग भूमिकाओं में मैं व्यस्त हो गया था। मैंने 2013 में क्रिकेट खेलना बंद किया, फिर बीसीसीआई अध्यक्ष बना। मुझे कभी समय नहीं मिला, लेकिन देखते हैं भविष्य में क्या होता है। मैं अभी 50 वर्ष का हूं, तो देखते हैं क्या होता है। मौका मिलने पर भारतीय टीम का कोच बनने को लेकर तैयार हूं। आगे देखते हैं क्या दिशा होती है।
इस दौरान उन्होंने मौजूदा टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर की जमकर तारीफ की और कहा, उन्होंने दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद बतौर कोच अच्छा प्रदर्शन किया है। शुरुआत थोड़ी धीमी रही। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद चैंपियंस ट्रॉफी से लय में आया। यह सीरीज (भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज) बड़ी सीरीज होने जा रही है।
इस दौरान गौतम गंभीर को लेकर उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें इस भूमिका में बहुत करीब से नहीं देखा है। हालांकि मुझे यह पता है कि वह बहुत जुनूनी हैं। मैंने करीब से उनकी रणनीतियां नहीं देखीं, क्योंकि मैंने कोच के तौर पर उनके संग काम नहीं किया है। वह बहुत सीधे हैं, चीजों को साफ-साफ देखते हैं। वह जो भी महसूस करते हैं, उसे खुलकर कहते हैं।
सौरव गांगुली का क्रिकेट करियर
सौरव गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट मैच में 42.17 की औसत से कुल 7212 रन बनाए हैं, जिसमें 16 शतक और 35 अर्द्धशतक शामिल हैं। वनडे में भारत के लिए उन्होंने 311 मैच खेले हैं, जिसमें 41.02 की औसत और 73.70 की स्ट्राइक रेट से कुल 11363 रन बनाए हैं। भारत के लिए वनडे क्रिकेट में उन्होंने 22 शतक और 72 अर्द्धशतक ठोके हैं। सौरव गांगुली साल 2000 में भारत के कप्तान बने। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां अर्जित की, जिसमें 2003 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलना भी था। उन्होंने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था।