कप्तान की इस नाराजगी की वजह यह थी कि शशांक निर्णायक पल में रन आउट हो गए थे, जिसमें काफी हद तक उनकी ही गलती नजर आ रही है। इस मुकाबले में शशांक सिर्फ दो ही रन बना सके। ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। फैंस का कहना है कि रन आउट के वक्त ऐसा लगा, जैसे शशांक पार्क में जॉगिंग कर रहे हों। फैंस अय्यर के गुस्से को सही ठहरा रहे हैं। इसके साथ ही फैंस ने शशांक को भविष्य में इसका ख्याल रखने की हिदायत दी है।
अब इस मामले पर पंजाब किंग्स के बल्लेबाज शशांक सिंह ने चुप्पी तोड़ी है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार शशांक सिंह ने कहा, “मैं इसके लायक हूं, अय्यर को मुझे थप्पड़ मारना चाहिए था, मेरे पिता ने फाइनल तक मुझसे बात नहीं की। मैं लापरवाह था, मैं क्रीज के आसपास भी नहीं था। यह एक महत्वपूर्ण समय था, श्रेयस ने स्पष्ट किया कि मुझे तुमसे यह उम्मीद नहीं थी लेकिन बाद में वह मुझे रात के खाने के लिए बाहर ले गए।”
श्रेयस ने अकेले जिताया मैच
शशांक 17वें ओवर की चौथी गेंद पर आउट हुए। उस समय पंजाब किंग्स को जीत के लिए 21 गेंदों पर 35 रन चाहिए थे। हालांकि, 204 रनों का पीछा करते हुए पंजाब ने कई अहम योगदानों की बदौलत 19 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। जोश इंगलिस ने 21 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेलकर पंजाब की पारी को गति देने की कोशिश की, लेकिन टीम 72 के स्कोर तक अपने तीन विकेट गंवा चुकी थी। यहां से कप्तान श्रेयस अय्यर ने नेहल वढेरा के साथ चौथे विकेट के लिए 84 रन की साझेदारी की। अय्यर ने नाबाद 87 रन बनाए, जबकि नेहल ने 48 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस तरह पंजाब ने पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस पर पांच विकेट की शानदार जीत के साथ अपने इतिहास में दूसरी बार फाइनल में जगह बनाई है।