धोनी ने भारतीय क्रिकेट फैंस को वो सारी खुशियां दीं, जिसके लिए वो सालों से तरस रहे थे। 2007 में टी20 वर्ल्डकप में खिताबी जीत से जो महागाथा शुरू हुई, वो 2019 में खत्म हो गई। उनके संन्यास की खबर ने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। फिलहाल धोनी आईपीएल खेल रहे हैं और इस लीग को भी वो कभी भी अलविदा कह सकते हैं। धोनी के करोड़ों फैंस हैं और ये फैंस न सिर्फ भारत में बल्कि देश के बाहर भी हैं।
क्यों कहते थे धोनी को ‘आतंकवादी’
धोनी को चाहने वालों ने उन्हें कई उपनाम दिए हैं लेकिन क्या आपको पता है कि धोनी को आतंकवादी भी कहा जाता था। एमएस धोनी के करीबी दोस्त और बिहार टीम के साथी सत्यप्रकाश ने स्पोर्टस्टार के साथ बातचीत के दौरान एक दिलचस्प किस्सा साझा किया था। उन्होंने कहा, “हम उन्हें (MS Dhoni को) आतंकवादी कहते थे। वह 20 गेंदों में 40-50 रन ठोक देते थे। लेकिन जब उन्होंने देश के लिए खेला और अपना नज़रिया बदला तो वह एक संत बन गए। वह एक अच्छे लर्नर हैं।” इंटरनेशनल पिच पर जब धोनी ने शुरुआत की थी तो वह काफी आक्रामक बल्लेबाज के रूप में जाने जाते थे। धीरे धीरे उन्होंने खेल के अनुरूप खुद को ढालना शुरू किया और भारतीय क्रिकेट इतिहास के बेस्ट फिनिशर में से एक बन गए। हालांकि धोनी को कई धीमी पारियों के लिए आलोचना भी झेलनी पड़ीं लेकिन कई बार आक्रामक बैटिंग ने उन्हें रातों रात चमकाया भी।
धोनी के शानदार आंकड़े
90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मुकाबले खेलने वाले धोनी ने लगभग 14 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला और कई कीर्तिमान अपने नाम किए। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में मिलाकर 15 हजार से ज्यादा रन बनाए और विकेट के पीछे 600 से ज्यादा कैच लपके। 2 दिसंबर 2005 को श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करने वाले धोनी ने 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे वर्ल्डकप सेमीफाइनल खेलकर संन्यास ले लिया।