ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 173 रन की जरूरत थी। टीम को अच्छी शुरुआत मिली थी। सलामी बल्लेबाजों ट्रेविस हेड और मिशेल मार्श ने पहले विकेट के लिए 66 रन जोड़े। इस समय ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत आसान लग रही थी। लेकिन पहला विकेट गिरने के बाद जैसे विकेटों की झड़ी लग गई और टीम ने 122 रन पर 6 विकेट खो दिए।
आखिरी 37 गेंद में जीत के लिए ऑस्ट्रेलिया को 51 रन बनाने थे। दक्षिण अफ्रीका की घातक गेंदबाजी देखते हुए यह मुश्किल लग रहा था। लेकिन, यहीं पर ऑस्ट्रेलिया के लिए मैक्सवेल एक बार फिर चट्टान के रूप में खड़े हो गए। बाद के लगभग सभी रन मैक्सवेल के बल्ले से निकले। उन्होंने 36 गेंद में 8 चौके और 2 छक्के की मदद से 62 रन बनाकर नाबाद लौटे। ऑस्ट्रेलिया ने 19.5 ओवर में 8 विकेट पर 173 रन बनाकर मैच दो विकेट से जीत लिया।
ऐसे बने सबसे बड़े मैच विनर
मैक्सवेल को उनकी यादगार पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ दिया गया। मैक्सवेल के अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर का यह 12वां ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ खिताब था।
मैक्सवेल ने डेविड वॉर्नर की बराबरी की। वॉर्नर भी टी20 में 12 बार ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब जीत चुके हैं। हालांकि उन्होंने 110 मैचों में ये कारनामा किया था लेकिन मैक्सवेल ने 124वें मैच में उनके रिकॉर्ड की बराबरी की है और उन्होंने गेंद से भी कमाल करते हुए 49 विकेट चटकाए हैं, जो उन्हें ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा मैच विनर साबित करता है।
डेविड वॉर्नर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। ऐसे में मैक्सवेल के पास उन्हें पीछे छोड़ने का और टी20 में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब जीतने का मौका है। 36 साल के मैक्सवेल ने 124 टी20 मैचों में 5 शतक और 12 अर्धशतक लगाते हुए 2,833 रन बनाए हैं और 49 विकेट लिए हैं। मैक्सवेल रोहित शर्मा के साथ अंतरराष्ट्रीय टी20 में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी हैं।
सबसे आगे सिकंदर रजा
आईसीसी के फुल मेंबर वाली टीमों के आंकड़े देखें तो सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जिम्बाब्वे के सिकंदर रजा ने जीता है। रजा ने 17 बार यह खिताब जीता है तो भारत के विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव 16-16 बार यह कारनामा कर चुके है। रोहित शर्मा ने 14, डेविड वॉर्नर ने 12 और शाहिद अफरीदी ने 11 बार प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता है।