scriptसंदीप पाटिल ने BCCI पर उठाए गंभीर सवाल, वर्कलोड मैनेजमेंट को बताया बकवास | india former chief selector sandeep patil reacts on jasprit bumrah workload management | Patrika News
क्रिकेट

संदीप पाटिल ने BCCI पर उठाए गंभीर सवाल, वर्कलोड मैनेजमेंट को बताया बकवास

इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचो की सीरीज में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह सिर्फ 3 मैच ही खेल पाए और उन तीनों में भारतीय टीम जीत नहीं पाई।

भारतAug 10, 2025 / 10:33 am

Vivek Kumar Singh

Jasprit Bumrah

भारतीय टीम के अन्य खिलाड़ियों के साथ जसप्रीत बुमराह
(Photo Credit – IANS)

हाल ही में समाप्त हुए भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने सिर्फ तीन टेस्ट खेले। दौरे से पहले ही यह बता दिया गया था कि बुमराह सभी पांच टेस्ट नहीं खेलेंगे। जैसा तय हुआ, बुमराह ने तीन टेस्ट मैचों में हिस्सा लिया और इंग्लैंड की सपाट पिचों पर 2 बार पांच विकेट हॉल पूरा किया। हालांकि, उनके वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर भारत के पूर्व चयनकर्ता संदीप पाटिल ने अपनी राय रखी है। पाटिल ने वर्कलोड मैनेजमेंट को “बकवास” करार देते हुए मौजूदा क्रिकेट सिस्टम और खिलाड़ियों की मानसिकता पर सवाल उठाए।
मिड-डे से बातचीत में संदीप पाटिल ने कहा, “वर्कलोड मैनेजमेंट जैसी चीज मेरे लिए बकवास है। हमारे समय में या तो आप फिट थे या अनफिट, बस यही दो शब्द थे। हमने उसी आधार पर टीम चुनी। उस दौर में वर्कलोड की बात नहीं होती थी। आज के खिलाड़ियों के पास इतनी सुविधाएं हैं कि वे रिहैब में चले जाते हैं। हम अपने समय में चोट के बावजूद खेलते थे। देश के लिए खेलना हमारे लिए सबसे बड़ी खुशी थी, और इसमें कोई नाटक नहीं था।”

BCCI को भी पाटिल ने घेरा

पाटिल ने फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका और चयन प्रक्रिया में उनके बढ़ते प्रभाव पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि एक फिजियोथेरेपिस्ट कप्तान से बड़ा कैसे हो सकता है। क्या फिजियो के कहने पर ही चयन का फैसला होता है? क्या वे सबसे महत्वपूर्ण हैं? क्या फिजियो को चयन समिति की बैठक में शामिल होना चाहिए और फैसले लेने चाहिए? जब आपको देश के लिए चुना जाता है, तो आप इसके लिए मर मिटने को तैयार रहते हैं। आप एक योद्धा की तरह खेलते हैं।”
पाटिल ने अपने दौर के दिग्गज खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा, “मैंने सुनील गावस्कर को पांचों दिन बल्लेबाजी करते देखा है। कपिल देव ने टेस्ट क्रिकेट में लगातार गेंदबाजी की, कभी ब्रेक नहीं लिया। उनका करियर 16 साल से ज्यादा लंबा रहा। मैंने खुद 1981 में सिर में चोट लगने के बावजूद अगला टेस्ट नहीं छोड़ा।”

Hindi News / Sports / Cricket News / संदीप पाटिल ने BCCI पर उठाए गंभीर सवाल, वर्कलोड मैनेजमेंट को बताया बकवास

ट्रेंडिंग वीडियो