तीन टेस्ट मैच ऐसे हुए हैं, जिनकी चारों पारियों में 350 या उससे अधिक रन बने हैं। इससे पहले ऐसा केवल दो बार हुआ – 1921 में एडिलेड और 1948 में हेडिंग्ले में ऐसा हुआ था। दोनों बार एशेज सीरीज के दौरान ऐसा हुआ था। इंग्लैंड की टीम ने हेडिंग्ले में 371 रनों का लक्ष्य हासिल किया। टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में इंग्लैंड का यह दूसरा सबसे बड़ा सफल पीछा है, और भारत के खिलाफ किसी भी टीम का दूसरा सबसे बड़ा रन चेज है। इससे पहले इंग्लैंड ने ही 2022 में एजबस्टन में भारत के खिलाफ 378 रन चेज किए थे। इंग्लैंड को पहले टेस्ट के पांचवें दिन की शुरुआत में 350 रन चाहिए थे। टेस्ट के अंतिम निर्धारित दिन इससे बड़ा लक्ष्य सिर्फ एक बार हासिल हुआ है। 1948 में हेडिंग्ले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 404 रन चेज किए थे।
हेडिंग्ले में इंग्लैंड और भारत द्वारा कुल 1673 रन बनाए गए। यह दोनों टीमों के बीच किसी भी टेस्ट मैच का सबसे बड़ा योग है। पिछला रिकॉर्ड 1614 रन का था (मैनचेस्टर, 1990 — ड्रॉ मैच)। ये 1673 रन ऐसे टेस्ट मैच के लिए पांचवां सबसे बड़ा योग भी है, जो ड्रॉ के रूप में खत्म नहीं हुआ। चौथी पारी में पांचवीं बार 300+ रन का सफल पीछा हेडिंग्ले में हुआ है। भारत के खिलाफ इंग्लैंड का 371 रन का पीछा इस मैदान पर दूसरा सबसे बड़ा है। डर्बन का किंग्समीड इकलौता ऐसा मैदान है जहां इससे ज्यादा (3) 300+ रन के सफल चेज हुए हैं।
बेन डकेट ने चौथी पारी के दौरान 149 रन बनाए, जो भारत के खिलाफ (चौथी पारी) में किसी भी बल्लेबाज का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। इससे पहले यह रिकॉर्ड जो रूट के नाम था – 142* (एजबस्टन, 2022)। डकेट का 149 रन इंग्लैंड के लिए चौथी पारी में किसी ओपनर द्वारा दूसरा सबसे बड़ा स्कोर भी है। इससे ऊपर सिर्फ माइक आथर्टन हैं, जिन्होंने 1995 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 185* बनाए थे। डकेट और जैक क्रॉली के बीच 188 रनों की ओपनिंग साझेदारी हुई। यह चौथी पारी में पांचवीं सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है। इंग्लैंड के लिए यह दूसरी सबसे बड़ी है। अब तक कुल 12 बल्लेबाज ऐसे हुए हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाया लेकिन फिर भी अपनी टीम के साथ हार का सामना किया। इससे पहले ऐसा आखिरी बार ब्रेंडन टेलर के साथ 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ हुआ था।
गंभीर ने बताया शानदार शुरुआत
इस हार के बावजूद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने शानदार शुरुआत बताया है। गंभीर ने कहा कि इस मुकाबले में भले ही हम हार गए लेकिन कई अच्छी चीजे भी हुईं। हमारे 5 बल्लेबाजों ने शतक लगया। बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी की। तो एक तरह से देखा जाएगा तो यह एक शानदार शुरुआत है। हां हमें कई चीजों में सुधार करने की जरूरत है। इस हार से सबसे ज्यादा निराशा मुझे हुई है लेकिन एक मैच से सब नहीं बदल जाएगा। बता दें कि भारतीय टीम को अगला मुकाबला 2 जुलाई से एजबेस्टन में खेलना है।