दरअसल, इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम ने भारत से टॉस जीता और पहले फील्डिंग का फैसला किया। भारत ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 210 रन बनाए। इस दौरान इंग्लैंड ने निर्धारित समय से 2 ओवर पीछे रही, इसके चलते यह जुर्माना लगाया गया।
खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कार्मिकों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, जो न्यूनतम ओवर गति अपराधों से संबंधित है, खिलाड़ियों पर उनकी टीम द्वारा आवंटित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहने पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है।
मैदानी अंपायर जैकलीन विलियम्स और जेम्स मिडलब्रुक, तीसरे अंपायर सू रेडफर्न और चौथे अंपायर अन्ना हैरिस ने इंग्लैंड की टीम पर यह आरोप लगाया। इसके बाद एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी की हेलेन पैक ने यह जुर्माना लगाया। इंग्लैंड की कप्तान नैट साइवर-ब्रंट ने इस अपराध को स्वीकार कर लिया है, ऐसे में औपचारिक सुनवाई की कोई जरूरत नहीं पड़ी।