घटना के बाद मन में गुस्सा
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि बेंगलुरु में जो हुआ वो बहुत ही दुखद घटना है। कभी हम यह सोच भी नहीं सकते हैं, इस तरह की घटना हो जाएगी। वहां गए लोगों ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनके साथ ऐसा कुछ होगा। जिस तरह से वहां घटना हुई है उसे लेकर मन में काफी गुस्सा है कि एक तरफ यह घटना हुई, दूसरी ओर जश्न जारी रहा। जीवन काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन, कई जान चली गई। तिवारी ने कहा कि इस घटना के बाद से किसी को आगे आकर कहना चाहिए हां वो इसकी जवाबदेही लेता है। क्योंकि, अगर आपको टीम की जीत का जश्न मनाना था तो कम से कम एक से दो दिनों का वक्त लेना चाहिए था। क्योंकि, जब इस तरह के आयोजन होते हैं तो भारी तादाद में भीड़ पहुंचती है। बेंगलुरु में भी भारी तादाद में फैंस पहुंचे। लेकिन, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थीं। तिवारी ने कहा कि इस घटना में जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पूर्व क्रिकेटर ने पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि जब खुशी एक त्रासदी में बदल जाती है। आरसीबी के फैंस जो अपनी जीत का अभूतपूर्व जश्न मना रहे तो यह आखिरकार भारत के क्रिकेट इतिहास में एक विनाशकारी अध्याय में बदल गया। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई। कई लोग घायल हो गए। भगवान उनके परिवारों को यह दुख सहने की शक्ति दें। एक क्रिकेटर होने के नाते, मैंने हमेशा बेंगलुरु में क्रिकेट प्रशंसकों के जुनून की प्रशंसा की है, और यह घटना मेरे लिए एक व्यक्तिगत झटका है। पता नहीं कैसे प्रतिक्रिया दूं। अभी भी स्तब्ध हूं।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 का खिताब जीतने वाली आरसीबी टीम के सम्मान में चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक कार्यक्रम हो रहा था। जिसमें आरसीबी के खिलाड़ी भी शामिल हुए। इस सम्मान समारोह में विराट कोहली भी मौजूद थे। लेकिन, जश्न के दौरान मची भगदड़ में 11 की मौत हो गई। जश्न मातम में बदल गया। देशभर के क्रिकेट फैंस इस घटना से दुखी हैं।