सोशल मीडिया पोस्ट से एकत्रित हुए लोग
सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि लगभग तीन से 5 लाख की भीड़ एकत्रित होने के लिए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु जिम्मेदार है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पुलिस से सहमति या अनुमति नहीं ली। अचानक सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट से लोग एकत्रित हुए। अचानक समारोह के ऐलान को अव्यवस्था करार देते हुए ट्रिब्यूनल ने कहा कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने बिना किसी पूर्व अनुमिति के अव्यवस्था उत्पन्न की। यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि पुलिस 12 घंटे में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पुलिस अधिनियम या अन्य नियमों के मुताबिक कर पाएगी।
पुलिस को नहीं मिला पर्याप्त समय
सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल ने पुलिस की भूमिका का बचाव किया और कहा, पुलिस को उचित तैयारियों के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया। समय की कमी की वजह से पुलिस जरूरी व्यवस्थान नहीं कर सकी। यह भी बताया गया कि 3 और 4 जून की रात को लोग पहले से मौजूद थे, जिन्हें संभालने में पुलिस व्यस्त थी। इतना नहीं, विधान सौधा में राज्य सरकार का एक अन्य कार्यक्रम भी चल रहा था, जिसके चलते पुलिस बल पर अतिरिक्त दबाव पड़ा। सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल ने कहा कि भीड़ नियंत्रण और आवश्यक इंतजाम के लिए पुलिस को पर्याप्त समय मिलना चाहिए था, साथ ही इसके लिए पहले सूचना दी जानी चाहिए थी, जोकि इस मामले में नहीं दी गई।