बालिका का शव मिलने की सूचना पर पहुंचे ग्रामीण। फोटो- पत्रिका
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के राशमी थाना क्षेत्र में बनास नदी के बहाव में गत 26 अगस्त की मध्य रात्रि को कार के बहने की घटना में लापता हुई बालिका रूत्वी का शव अथक प्रयास व रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद हादसे के छठे दिन प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस की टीम ने बनास नदी के रतनखेड़ी एनिकट से बरामद कर लिया।
हादसा स्थल से 12 किलोमीटर दूर रतनखेड़ी एनिकट से हाकम सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम ने बालिका के शव को ढूंढ निकाला। जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बनास नदी पर बने पुराने पुल पर मंगलवार मध्य रात्रि को नदी में पानी के तेज बहाव से कार गुजरते समय नदी में बह गई थी। इससे पहले तीन शव तो निकाल लिए गए थे, लेकिन सात वर्षीय बालिका रूत्वी का पता नहीं चल पा रहा था।
एक्सपर्ट गोताखोर भी बुलाए
एसडीआरएफ के एक्सपर्ट गोताखोरों ने लाइन कॉम्बिंग कर हादसा स्थल से 12 से 15 किलोमीटर तक नदी में बच्ची की तलाश की। उदयपुर रेंज मुख्यालय से मंगाए गए हाई रेजोल्यूशन एवं बड़ी दूरी की दृश्यता वाले ड्रोन की मदद से पूरी नदी में निरीक्षण किया गया। चित्तौड़गढ़ के भोईखेड़ा से भी एक्सपर्ट गोताखोरों को बुलाकर तलाश करवाई गई। बालिका की तलाश रविवार को दिन भर जारी रही।
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झाड़ियों में फंस गया था शव
आखिरकार हादसे के छठे दिन रूत्वी का शव रतनखेड़ी एनिकट में मिल गया। शव झाड़ियों में फंस गया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला ने बताया कि मातृकुण्डिया बांध से लगातार पानी छोड़ने के कारण रूत्वी की तलाश में परेशानी आई। फिर भी सभी सहयोगकर्ताओं की मदद से शव का ढूंढ लिया गया। शव को राशमी चिकित्सालय पहुंचाया गया। बाद में शव परिजनों को सौंप दिया। मासूम के शव को देख परिवार में कोहराम मच गया। इस बीच शव मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
Hindi News / Chittorgarh / बनास नदी में बह गई थी कार, हादसे के 144 घंटे बाद मिला 7 साल की मासूम का शव, परिवार में कोहराम