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छिंदवाड़ा

दो बच्चों की मौत के बाद जागा पीएचई विभाग, डेढ़ वर्ष से बंद नलजल योजना कुछ घंटे में शुरु

तामिया के ग्राम टापरवानी में डायरिया से हुई है मौत, वर्तमान मेंं सात लोगों का चल रहा तामिया स्वास्थ्य केंद्र में उपचार

छिंदवाड़ाAug 03, 2025 / 11:59 am

Jitendra Singh Rajput

एसडीएम कामिनी ठाकुर ने किया निरीक्षण।

एसडीएम कामिनी ठाकुर ने किया निरीक्षण।

छिंदवाड़ा. तामिया अंतर्गत माहुलझिर पंचायत के ग्राम टापरवानी में पिछले चार दिनों में उल्टी-दस्त से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, वहीं पांच बच्चों समेत एक बुजुर्ग को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद तामिया स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। कुएं का दूषित पानी से सभी बीमार हुए तथा दो बच्चों का उपचार क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टर से कराया गया तथा उनकी कुछ समय बाद मौत हो गई।
पिछले डेढ़ वर्ष से बंद नलजल योजना को बच्चों की मौत के बाद पीएचई विभाग ने आनन फानन में कुछ ही घंटों में शुरु कर दिया। प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को बच्चों की जान से चुकाना पड़ा है। डायरिया का प्रकोप सामने आने के बाद शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्राम टापरवानी पहुंच गई थी तथा चार बच्चों को 108 से तामिया अस्पताल में भर्ती कराया था। टीम ने गांव के कुंओंं में दवाई डाली गई तथा गांव के लोगों की जांच कर उनका उपचार किया है। शनिवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में डेरा डाले हुई थी। वहीं एसडीएम कामिनी ठाकुर, तहसीलदार, पीएचई के परासिया खंड के कार्यपालन यंत्री रविशंकर वर्मा मौजूद थे।

नलजल योजना शुरु करने की गई थी शिकायत


डेढ वर्ष पूर्व गांव में नलजल योजना का कार्य पूर्ण कर लिया गया था तथा घरों में नल लगाए गए थे, लेकिन बोर से कलेक्शन नहीं किया गया। नलजल योजना शुरु करने के लिए माहुलझिर के सरपंच होल्कर शाह उइके ने शिकायत सीएम हेल्प लाइन में की थी, जिसके बाद भी योजना शुरु नहीं हो पाई। मुख्य सडक़ के समीप बोर कराया गया लेकिन नलों से नहीं जोड़ा गया। दो बच्चों की मौत तथा डायरिया फैलने पर पीएचई विभाग की टीम शनिवार को टापरवानी पहुंची तथा कुछ घंटों की मशक्कत के बाद नलजल योजना को शुरु कर दिया गया।

ग्रामीणों ने की जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग


ग्रामीणों के अनुसार नलजल योजना के तहत डेढ़ वर्ष पूर्व घरों में नल पहुंच गए तथा बोर भी कर दिए गए लेकिन कनेक्शन नहीं होने से यह योजना बंद थी। हैंडपंप का पानी पीने में अच्छा नहीं लगने के कारण लोग उसका उपयोग निस्तार के लिए करते थे। काफी लंबे समय से कुएं का पानी पी रहे है बारिश में गंदा पानी जाने के कारण उसे लोगों ने पिया तथा वह बीमार होने लगे। नलजल योजना चालू रहती तो लोग साफ व स्वच्छ पानी पीते, कई बार गांव आने वाले अधिकारियों को कहा गया कि नलों को चालू करवा दें लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। दो बच्चों की मौत के बाद पहुंची टीम ने कुछ ही घंटों में नलजल योजना को शुरु कर दिया जिसे पहले ही शुुरु करना था।

इनका कहना है।


नलजल योजना चालू है लेकिन पिछले वर्ष बोर कराया गया जो गर्मी में सूख गया था सात दिन पानी चला फिर बंद हो गया था। दोबारा बोर कराया गया जिसके बाद बिजली कनेक्शन को लेकर समस्या सामने आई थी। शनिवार को नलजल योजना को बोर से जोड़ दिया गया तथा दोपहर दो बजे घरों तक साफ पानी पहुंचाया गया।


रविशंकर वर्मा, कार्यपालन यंत्री, परासिया खंड


शनिवार को एक बच्चा तथा एक बुजुर्ग को उल्टी दस्त की शिकायत पर तामिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में डायरिया नियंत्रण में है तथा लगातार लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। मलेरिया के साथ ही अन्य जांचें भी कराई गई है।


रोशनी नागले, सीएचओ, तामिया।

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