ब्रिटेन की संसद में गूंजा हनुमान चालीसा का पाठ
कार्यक्रम के दौरान ब्रिटेन की संसद में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। जब कार्यक्रम के बीच में सवाल-जवाब का सत्र आया तो पाकिस्तान के मोहम्मद आरिफ ने मंच से पूछा कि मैं पाकिस्तान में पैदा हुआ था। मेरे माता-पिता हिंदूस्तानी थे। वो लोग 1947 में पाकिस्तान आ गए थे।
सनातन में पैदा होने वाले खुशनसीब- मोहम्मद आरिफ
मोहम्मद आरिफ ने कहा कि आप लोग खुशनसीब हैं कि सनातन धर्म में पैदा हुए हैं, लेकिन मैं मुस्लिम घर में पैदा हुआ। मैं भगवत गीता पढ़कर हिंदू हुआ हूं, लेकिन लोग मुझसे सवाल करते हैं कि मोहम्मद आरिफ नाम से हिंदू कैसे हो सकता है, क्या नाम बदलना जरूरी है। क्योंकि नाम बदलने में दिक्कत होती हैं। कागजी डॉक्यूमेंट में और क्या एक पाकिस्तानी कौम भारतीय नहीं हो सकता। अगर वह दिल से हिंदूस्तानी हो तो?इस पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा कि सनातन धर्म एक मानवता की विचाधारा है और दिल में विचार बदलना ही सनातनी बनने के लिए काफी है। हमें ना आपके रंग से ना रूप से और नहीं देश से मतलब है। अगर आपर भागवत गीता पढ़ रहे हैं, उसका अनुसरण कर रहे हैं तो, आपका नाम कुछ भी हो। क्योंकि हम लोग तो रहीम रसखान के भी गीत गाते हैं और जब देश की बात आती है तो अब्दुल कलाम को भी सलाम ठोकते हैं। आप नाम बदलो या न बदलो आपने हिंदू मान लिया हमारे लिए यही काफी है।