ये है पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला मंगलवार शाम का है। मांडवा निवासी अकलसिंग सोलंकी की मां का निधन होने पर दो ट्रेक्टर ट्रॉलियों से ग्रामीण अंतिम संस्कार करने के लिए निकले थे। एक ट्रॉली में शव रखा गया था। जबकि दूसरी ट्रॉलियों में ग्रामीणों के साथ अंतिम संस्कार की सामग्री थी। शव यात्रा जैसे ही मांडवा रोड पर पहुंची तो यहां नाले पर पानी बहुत था और पुलिया भी संकरी थी, इसलिए ट्रॉली को कच्चे रास्ते से निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन बीच रास्ते ही ट्रेक्टर ट्रॉली फंस गई और पानी के बहाव के साथ हल्की बहने लगी। तभी यह देखकर पीछे गाड़ी में बैठे ग्रामीणों ने कूदकर बचाव कार्य में जुट गए। रस्से के सहारे वाहन को बाहर निकाला। इसके बाद शव को श्मशान घाट पहुंचकर अंतिम संस्कार किया।
पुलिया निर्माण की उठ रही मांग
बारिश के समय नाले पर बाढ़ का पानी अधिक होने से ग्रामीणों को ट्रेक्टर ट्रॉली सहित अन्य वाहन निकालने में परेशानियां होती है। पुरानी पुलिया संकरी होने से बड़े वाहन नहीं गुजरते। शव यात्रा फंसने के बाद ग्रामीण प्रशासन से पुलिया का चौड़ीकरण कर नई पुलिया बनाने की मांग कर रहे है। जिससे किसी दिन बड़ा हादसा होने की संभावना है।