5 अगस्त को अलसुबह पराणा कराड़ो के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 27 के लिंक रोड के पास खाली भूखण्ड पर सोनू का लहूलुहान हालत में शव मिला। सोनू के शरीर को चाकुओं से गोद रखा था। सोनू की मोटरसाइकिल मौके पर खड़ी हुई थी। शव के पास ही मोबाइल, चप्पले, अंगूठी व कुछ दूरी पर ही मोटरसाइकिल की चाबी पड़ी हुई थी। मृतक के भाई भंवर सिंह की रिपोर्ट में पर डाबी थाना पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर अनुसन्धान शुरू कर दिया। जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीम द्वारा 3 वर्ष पूर्व बुधपुरा निवासी अरमान मोहम्मद के साथ विवाद को आधार बनाते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी।
मृतक की पत्नी से बात करने पर टोकने से नाराज था आरोपी
पुलिस ने अरमान मोहम्मद को पकड़ कर पूछताछ की। आरोपी अरमान मोहम्मद ने बताया कि वह सोनू सिंह हाड़ा की पत्नी से तीन-चार साल से प्रेम करता था। सोनू सिंह हाड़ा आरोपी अरमान को टोकता था। इसी बात को लेकर रंजिश थी। अरमान ने तीन-चार माह पहले अपने सुपारी किलर दोस्त आकाश उर्फ गोल्डी (23), आशीष उर्फ आशु राठोर (19) और अनिल मीणा (19) निवासी उद्योग नगर कोटा शहर से सम्पर्क किया। अरमान ने तीनों को सोनू सिंह को मारने के लिए एक लाख रुपए में सुपारी दे दी। सुपारी के तहत 50 हजार रुपए काम से पहले तथा 50 हजार रुपए काम होने के बाद देने की बात करके हत्या की प्लानिंग कर ली।
गले पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए
योजना के तहत 4 अगस्त को अरमान मोहम्मद के दोस्त के जन्मदिन की पार्टी के बहाने आकाश उर्फ गोल्डी, आशीष उर्फ आशु राठोर व अनिल मीणा को कोटा से डाबी बुला लिया। तीनों सुपारी किलर पराणा के पास एक खाली भूखण्ड पर छिपकर बैठ गए। घटनास्थल पर सोनू सिंह के पहुंचते ही तीनों सुपारी किलर आकाश उर्फ गोल्डी, आशीष उर्फ आशु राठोर ने सोनू सिंह पर ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला कर दिया। सोनू सिंह ने विरोध किया तो अरमान मोहम्मद ने भी उसके के गले पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। हत्या को अंजाम देने के बाद तीनों सुपारी किलर एक मोटरसाइकिल पर व अरमान मोहम्मद दुसरी मोटरसाइकिल पर फरार हो गए। अरमान मोहम्मद ने अपने-आप को घटना से छुपाने के लिए रात्रि में हाइवे के किनारे गोपालपुरा घाटी पर स्थित एक होटल में दोस्त के जन्मदिन की पार्टी की तथा बाद में फरार हो गए।
आरोपियों का निकाला जुलूस
सोनू सिंह की हत्या के आरोपियों का पुलिस ने डाबी कस्बे के लवकुश सर्किल पर जुलूस निकाला। आरोपियों को सर्किल पर पहुंचते ही ग्रामीणों ने डाबी पुलिस जिंदाबाद व हत्या के आरोपियों को फांसी दो के नारे लगाना शुरू कर दिया। आरोपियों को देखते ही मौके पर लोगों की भीड़ वीडियो बनाने के लिए एकत्रित हो गई। भीड़ बढ़ती देख पुलिस आरोपियों को गाड़ियों में बैठाकर वापस थाने ले गई।