किसानों ने मांग की है कि अगर बैंक खाते में किसी तरह की कोई ठगी की राशि आती है तो बैंक उसी ही राशि पर रोक लगाएं। बैंक खाते पर रोक नहीं लगाए। तथा बैंक जमानती धारक का खाता भी बंद नहीं करे। मौके पर नायब तहसीलदार कैलाश मीणा, थानाधिकारी मुकेश यादव भी पहुंचे। बाद में शाखा प्रबंधक हेमराज मीणा ने किसानों की समस्याएं सुनी। जिस पर उन्होंने बताया कि केसीसी धारकों की बकाया राशि समय पर जमा नहीं होती है, बैंक उस राशि को खाता धारक के खाते से काट लेता है। यह बैंक का प्रोसेस है। किसी का खाता फ्रिज नहीं किया जाता है।
यह कार्रवाई साइबर क्राइम पुलिस की ओर से की जाती है। वही कई उपभोक्ता स्वयं के काम के साथ परिजन के खाते की जानकारी या उनकी पासबुक में एंट्री करने के लिए बोलते है। बैंक की ओर से खाते की जानकारी संबंधित खाताधारक को ही दी जाती है, किसी परिजन को नहीं। इसके बाद किसानों ने बैंक के सामने ही नायब तहसीलदार को समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया कि बरसात से किसानों की फसलें खराब हो गई है, प्रशासन उपखंड क्षेत्र को आपदा ग्रस्त घोषित करने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने, ईआरसीपी योजना में किसानों को डीएलसी रेट से 4 से 6 गुना राशि दिलाने, डीएपी खाद की किल्लत दूर करने सहित कई मांगे रखी। इस दौरान किसान नेता साबू लाल मीणा, राजेंद्र नागर, यशपाल मीणा, सत्यनारायण नागर सहित कई किसान मौजूद रहे।