Krishna Janmotsav 2025: भगवान के जन्म के समय कृतिका नक्षत्र
शास्त्रों के अनुसार, द्वापरयुग में
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्णपक्ष अष्टमी तिथि को आधी रात रोहिणी नक्षत्र में हुआ है। जब ये दोनों संयोग होते तो उसे जन्म जयंती योग कहा जाता है। यह दुर्लभ संयोग कभी-कभी बनता है। जानकारों के अनुसार इस बार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के समय न तो अष्टमी तिथि रहेगी और न ही रोहिणी नक्षत्र। भगवान के जन्म के समय कृतिका नक्षत्र है, जो कि शुभदायी है, अर्थात जन्माष्टमी महोत्सव 16 अगस्त शनिवार को अष्टमी और नवमी तिथि की युति में मनाई जाएगी।
यहां होगी दही-हांडी प्रतियोगिता
शहर में हमेशा की तरह इस बार भी जगह -जगह पर दही-हांडी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। शहर के मुय चौक-चौराहों जैसे गांधी चौक, सरकंडा, सुभाष चौक, चांटापारा और गोलबाजार जैसे प्रमुख स्थानों पर युवाओं की टोली मटकी फोड़ने को तैयार है। साथ ही हांडी में नकद पुरस्कार, उपहार और प्रसाद रखा जाएगा।
वेंकटेश मंदिर में झूला उत्सव
शहर के वेंकटेश मंदिर में इस बार 92वां झूला उत्सव मनाया जाएगा। मंदिर के पुजारी डॉ. कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य ने बताया कि भगवान लड्डू गोपाल के लिए वेलवेट, रेशम और कॉटन के कपड़ों से पोशाक तैयार की जा रही है। पोशाक में मोर मुकुट, मोती माला, कुंदन, मृगन आदि के साथ शानदार श्रृंगार किया जाएगा। श्रृंगार और पोशाक की कुल लागत लगभग 30,000 रुपए तक है।
अष्टमी और नवमी तिथि की युति शुभ
Krishna Janmotsav 2025: पं. नवनीत व्यास के अनुसार सप्तमी तिथि शुक्रवार को रात 12 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होकर अष्टमी तिथि प्रारंभ होगी। जोकि 16 अगस्त को रात 10 बजकर 29 मिनट तक है। अर्थात भगवान का जन्मोत्सव अष्टमी और नवमी तिथि की युति के संयोग में कृतिका नक्षत्र में रात ठीक 12 बजे मनेगा। वहीं, मंदिर समितियों के अनुसार कान्हा और राधारानी का श्रृंगार करने के लिए मथुरा वृंदावन से पोशाक मंगवाया गया है। यदुवंशी समाज निकालेगा शोभायात्रा
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के पर यदुवंशी समाज जिला स्तरीय
शोभायात्रा का आयोजन करेगा। सोमवार को समिति के प्रतिनिधियों ने पत्रवार्ता की। इसमें शामिल विष्णु यादव, रामचंद्र यादव, शैलेंद्र यादव, अमित यादव, अनिल यादव, गौरीशंकर यादव ने बताया कि यह शोभायात्रा का 18वां वर्ष है। इस वर्ष युवा, बुजुर्ग, महिला एवं बच्चे—पीले वस्त्र धारण कर शोभायात्रा में शामिल होंगे। शोभायात्रा में डीजे, धुमाल, गड़वा बाजा, यादव नृत्य, राउत नाचा, जीवंत झांकियां शामिल होंगी। पूर्व में शोभायात्रा अलग-अलग गुटों में निकाली जाती थी, जिसे अब समाप्त कर पूरे जिले में एक ही शोभायात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है।
शोभायात्रा का मार्ग
16 अगस्त को दोपहर 12 बजे लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान से प्रारंभ। गोलबाजार, सदर बाजार, देवकीनंदन चौक, नेहरू चौक, स्व. बी.आर. यादव की प्रतिमा स्थ होते हुए लखीराम ऑडिटोरियम में दोपहर 3 बजे समाप्त।