परिवादी ने बताया कि उसकी बेटी पूनम की शादी आठ फरवरी, 2014 को लोकेश शर्मा के साथ हिन्दू रीति-रिवाज के साथ हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही पति, सास-ससुर विवाह अच्छा नहीं करने और दान-दहेज कम देने का उलाहना देकर परेशान करने लगे। आरोपियों ने प्रिंटिंग प्रेस का काम बढ़ाने के लिए 15 लाख रुपए की मांग की। बेटी को दुखी देख कर जैसे-तैसे व्यवस्था कर पांच लाख रुपए और दिए गए।
दूसरी बार पिलाया एसिड
परिवादी ने बताया कि पूनम के दो बेटे हैं। बेटे होने के बाद भी पति, सास-ससुर के व्यवहार में बदलाव नहीं आया। आरोपियों ने दो दिसंबर, 22 को पूनम को जबरन टॉयलेट साफ करने वाला एसिड पिला दिया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। बाद में इस गलती के लिए आरोपियों ने क्षमा मांग ली। परिवार व समाज के बीच-बचाव करने पर पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराया। इसके बाद भी आरोपी नहीं सुधरे। सात जून को बेटी पूनम ने अपने भाई मनीष को फोन कर कहा कि उसे ले जाओ, नहीं तो यह लोग मुझे मार देंगे। इस दिन आरोपियों ने पूनम के साथ मारपीट की और उसे फिर से टॉयलेट साफ करने के काम में लेने वाला एसिड पिला दिया और घर से बाहर निकाल दिया।
बमुश्किल परिजनों के पास पहुंची
परिवादी ने बताया कि पूनम की तबीयत खराब होने के बावजूद वह सट्टा बाजार स्थित गणेश मंदिर पहुंची, जहां मेरे भाई शंकरलाल मिले, जो उसे पीबीएम अस्पताल ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।