जलभराव से सड़कें बनी तालाब
लगातार बारिश के चलते शहर के प्रमुख इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया। कई बाइक और चारपहिया वाहन जलमग्न सड़कों में बंद पड़ गए। जलभराव के कारण बाजारों में भी सन्नाटा छा गया। आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, विशेष रूप से कामकाजी वर्ग और स्कूली छात्रों को।
बिजली आपूर्ति ठप, इनवर्टर भी हुए बेकार
बारिश के दौरान आवास विकास स्थित बिजलीघर से आपूर्ति बंद हो गई, जिससे कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। घंटों तक बिजली न आने के कारण इनवर्टर भी जवाब दे गए और घरों में अंधेरा छा गया। लोग गर्मी और उमस से बेहाल हो गए, वहीं मोबाइल व अन्य जरूरी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी चार्ज न हो पाने के कारण प्रभावित हुए।
स्कूलों में घोषित की गई छुट्टी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिले के कई स्कूलों में सोमवार को अवकाश घोषित कर दिया गया। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला प्रशासन ने लिया।
तापमान में गिरावट, किसानों को मिली राहत
लगातार बारिश के बाद वातावरण में ठंडक घुल गई। कृषि अनुसंधान केंद्र, नगीना के अनुसार, 31 जुलाई से 3 अगस्त तक कुल 15.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। तापमान में भी गिरावट आई, जिससे किसानों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, खासकर धान और गन्ना जैसी फसलों को।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ दिनों में भी रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा और बादलों की आवाजाही भी लगातार बनी रह सकती है। ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन की ओर से भी राहत और बचाव टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।