राजस्व विभाग ने प्रदेशभर में तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों को न्यायिक और गैर न्यायिक कार्य में बांट दिया है। इसके अंतर्गत फील्ड में सक्रिय अधिकारियों को न्यायिक कार्य से वंचित कर दिया गया है। वहीं न्यायिक कार्य में संलग्न तहसीलदारों को फील्ड से हटाया गया है।
न्यायिक और गैर न्यायिक कार्य विभाजन का तहसीलदार और नायब तहसीलदार विरोध कर रहे हैं। बुधवार यानि 6 अगस्त से वे केवल आपदा प्रबंधन से संबंधित कामकाज ही करेंगे, अन्य कोई काम नहीं करेंगे। इससे आमजनों की दिक्कत बढ़ना तय है। जमीन के नामांकन, बंटवारा आदि से संबंधित काम अटक जाएंगे।
बुधवार को प्रदेशभर के तहसीलदार, नायब तहसीलदार जिला मुख्यालयों में अपने सरकारी वाहन जमा करा देंगे और आधिकारिक वॉट्स एप ग्रुप छोड़ देंगे। हालांकि वे आपदा प्रबंधन के कार्य करेंगे लेकिन अन्य कोई काम बिल्कुल नहीं करेंगे।
मंत्री-अफसरों की बेरुखी से नाराज
राजस्व अधिकारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में प्रदेश के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा से चर्चा की गई थी। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों की नाराजगी से अवगत करा दिया गया था।