जनजातीय समाज और शौर्य पराक्रम के प्रतीक रहे राजा भभूत सिंह
मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद की यह बैठक विशेष रूप से जनजातीय समाज और शौर्य पराक्रम के प्रतीक रहे राजा भभूत सिंह की स्मृति को समर्पित होगी। बैठक के दौरान उनकी ऐतिहासिक भूमिका को पुनः याद किया जाएगा। पचमढ़ी गोंड शासक राजा भभूत सिंह के ऐतिहासिक योगदान को समेटे हुए है। उन्होंने इस पहाड़ी भू भाग का उपयोग शासन संचालन, सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा के लिए किया।पचमढ़ी की धूपगढ़ चोटी सतपुड़ा पर्वतमाला का प्रमुख आकर्षण है। यह समुद्र तल से करीब 1,350 मीटर (4,429 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। धूपगढ़ से दिखाई देने वाला सूर्योदय और सूर्यास्त न केवल पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करता है, बल्कि यह स्थल गोंड साम्राज्य की रणनीतिक शक्ति और प्राकृतिक संरक्षण दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। पचमढ़ी भगवान भोलेनाथ की नगरी के रूप में भी प्रसिद्ध है।