बीते पांच दिन बाद सबसे अधिक दिन का तापमान दर्ज किया गया। दिन का तापमान का सामान्य से 5.4 डिग्री अधिक रिकार्ड किया गया। वह रात का तापमान में 1.8 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 10 अगस्त तक स्ट्रांग सिस्टम नहीं होने से बारिश के आसार नहीं है।
इतनी हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 31 जुलाई तक प्रदेश में औसत 28 इंच बारिश हो गई, लेकिन 1 से 6 अगस्त के बीच सिर्फ 0.7 इंच पानी ही गिरा। हालांकि, यह कुल कोटे की 77% है। वहीं, अब तक 40 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो चुकी है। मौसम विभाग की मानें तो अगस्त के दूसरे सप्ताह में तेज बारिश का दौर शुरू होगा, जो आखिरी तक चलता रहेगा। ऐसे में बारिश का कोटा अगस्त में ही पूरा हो जाएगा।
31 जिलों में होगी बारिश
मध्यप्रदेश में अब तक ग्वालियर समेत 9 जिलों में कोटा पूरा हो चुका है, लेकिन इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों की तस्वीर बेहतर नहीं है। पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में औसत से 45% और पश्चिमी हिस्से में 36% बारिश अधिक हुई है। मानसून लौटने के बाद 31 जिलों में बारिश कराएगा। जिसमें बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया में तेज बारिश हो सकती है।