प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने और उसमें सुधार के लिए माह में दो बार औचक निरीक्षण किया जाता है। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के निर्देश पर यह सख्ती की जा रही है। विभाग के मुख्य अभियंताओं की अलग अलग टीम मौके पर औचक निरीक्षण के लिए पहुंचती है और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता परखती है।
23 जुलाई को इसी क्रम में मुख्य अभियंताओं के 7 दलों ने 35 कार्यों का औचक निरीक्षण किया। नर्मदापुरम, सिवनी, ग्वालियर, खरगोन, सीधी, उज्जैन और सागर जिलों में इस दौरान रैंडम आधार पर चयनित कर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया।
मुख्य अभियंताओं की टीम से प्राप्त प्रतिवेदनों की मप्र सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक भरत यादव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान कई कार्यों में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। ऐसे में 5 वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए और कई अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किए।
ग्वालियर जिले में मसूदपुर से एटमा वाया दौलतपुर मार्ग का निर्माण कार्य मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया। इस पर ठेकेदार मेसर्स पीताम्बरा आईडियल कंस्ट्रक्शन को ब्लेक लिस्ट करने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार सिवनी जिले में चिरचिरा से कोठीघाट तक 6.28 किमी मार्ग का निर्माण मापदंडों के मुताबिक नहीं पाया गया। इस पर ठेकेदार मेसर्स जैन इन्फ्रास्ट्रक्चर को ब्लेक लिस्ट करने और उपयंत्री गौरव डेहरिया के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की गई।
अनुविभागीय अधिकारी स्तुति गौतम, उपयंत्री श्रीवास्तव के विरुद्ध भी कार्रवाई
सीधी जिले में थोंगा-मैट टोला से जमुआ मार्ग निर्माण कार्य में भी गुणवत्ता दोष पाए गए। इसके लिए ठेकेदार मेसर्स ओराट्रिक्स इंजीनियरिंग सॉल्यूशन प्रालि को ब्लेक लिस्ट करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा अनुविभागीय अधिकारी स्तुति गौतम, उपयंत्री प्रभात श्रीवास्तव तथा कंसल्टेंट के विरुद्ध भी कार्रवाई को कहा गया। सीधी जिले में ही मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम का बेहरी से हनुमना मार्ग असंतोषजनक स्थिति में पाया गया जिसपर ठेकेदार मेसर्स जीव्हीआर टोलवेज़ प्रालि के विरुद्ध कार्रवाई करने निर्देश दिए गए। साथ ही सुधार कार्य ठेकेदार की रिस्क एंड कॉस्ट पर कराने को कहा। सागर जिले में पाली-पीरघाट-खिमलासा-कंजिया मार्ग की गुणवत्ता में भी कमी पाई गई। ठेकेदार केसीसी बिल्डकोन प्रालि को ब्लेक लिस्ट करने तथा कंसल्टेंट के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए सुधार कार्य ठेकेदार की रिस्क एंड कॉस्ट पर कराने के निर्देश दिए। खरगोन जिले में एमएस बोरवाल नवीन हाईस्कूल शाला भवन के निर्माण कार्य की गुणवत्ता में दोष पाए जाने पर ठेकेदार मेसर्स स्नेहा कंस्ट्रक्शन को ब्लेक लिस्ट करने के निर्देश दिए। इस मामले में उपयंत्री विजेन्द्र भंवर और अनुविभागीय अधिकारी पवन डाबर को कारण बताओ नोटिस जारी करने की अनुशंसा की गई। अन्य 20 कार्यों में आंशिक सुधार के निर्देश दिए।