यासीन के मोबाइल में कई युवतियों के अश्लील वीडियो
भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम ने एमडी ड्रग्स के साथ मछली परिवार के यासीन अहमद और उसके चाचा शाहवर अहमद को पकड़ा था। दोनों का ड्रग्स का बड़ा नेटवर्क मिला था। यासीन के मोबाइल में कई युवतियों के अश्लील वीडियो भी मिले थे। 10 दिन से यासीन और शाहवर से पूछताछ चल रही है जिसके बाद पुलिस अन्य संदेहियों को गिरफ्तार करने में लगी है। इसी क्रम में ड्रग्स केस में अंशुल सिंह को गिरफ्तार किया। उसके यासीन के साथ चैट मिले थे, जिसमें लड़की सप्लाई का जिक्र था। अंशुल ड्रग्स की सप्लाई के काम में भी लगा था। उस पर 40 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह सोशल एकाउंट पर हथियार के साथ भी पोस्ट करता रहा है।
अंशुल सिंह की गिरफ्तारी के बाद इस केस में राज्य सरकार पर हमलावर कांग्रेस बैक फुट पर आई लगती है। उसका कांग्रेसी बैकग्राउंड मिला है जिसपर बीजेपी ने निशाना साधा है। अंशुल सिंह के पिता राज सिंह कांग्रेसी हैं और पार्षद भी रहे हैं। वह खुद कांग्रेस का संगठनात्मक चुनाव लड़ चुका है। पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, उनके विधायक पुत्र जयवर्धन सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ अंशुल की तस्वीरें हैं। बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने ये तस्वीरेें जारी करते हुए कांग्रेस को घेरा। उन्होंने अपने एक्स हेंडल पर लिखा-
कांग्रेस के हाथ में अपराधियों का हाथ!
भोपाल क्राइम ब्रांच ने जिस ड्रग्स पेडलर अंशुल सिंह उर्फ़ भूरी को पकड़ा है,
वह जीतू पटवारी जी की कांग्रेस का “युवा चेहरा” है! यह वही अंशुल सिंह है, जिसने कांग्रेस का संगठनात्मक चुनाव लड़ा । कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह, उमंग सिंघार, पीसी शर्मा, जयवर्धन सिंह और विक्रांत भूरिया के साथ उसके कई फोटो सार्वजनिक हैं। अंशुल का संबंध विभिन्न ड्रग तस्करों से भी सार्वजानिक हुआ है। मध्यप्रदेश कांग्रेस और उसके अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी को जवाब देना चाहिए कि-
क्या युवा कांग्रेस में घुसपैठ कर चुके ड्रग्स माफिया को संरक्षण कांग्रेस दे रही है? क्या कांग्रेस का नेतृत्व अपराधियों को मंच और पहचान देने का माध्यम बनता जा रहा है? भाजपा की सरकार सख्त और संवेदनशील हैं, लेकिन कांग्रेस के मंचों से अपराधी निकल रहे हैं।
जनता जानना चाहती है – ‘ड्रग्स माफिया के साथ कांग्रेस का यह संबंध क्या कहलाता है?