इंदौर में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। सीएमएचओ डॉ. बीएस सेत्या ने बताया कि दोनों के फिर से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। संपर्क में आए लोगों की कांटेक्ट हिस्ट्री निकाली जा रही है। दोनों मरीजों को अभी घर पर ही आइसोलेटेड किया गया है।
भोपाल में कोरोना का कोई पॉजिटिव केस तो सामने नहीं आया है लेकिन कोरोना जैसे लक्षण वाले मरीजों की संख्या तेेजी से बढी है। रीजनल रेस्पिरेशन डिजीज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. पराग शर्मा के मुताबिक स्वाद और गंध का चले जाना, खांसी, शरीर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, बुखार आना जैसे लक्षण इन मरीजों में कामन हैं। ये लक्षण 2020 की कोविड लहर की याद दिलाते हैं।
15 फीसदी मरीजों में ये लक्षण
हाल ये है कि रीजनल रेस्पिरेशन डिजीज इंस्टीट्यूट और जेपी अस्पताल की ओपीडी में 15 फीसदी मरीजों में ये लक्षण नजर आ रहे हैं। हालांकि डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि ज्यादातर लोग 8-10 दिन में स्वस्थ हो रहे हैं। कुछेक केस ही ऐसे हैं जिनमें मरीजों को भर्ती करना पड़ा है।
एम्स में कोरोना की जांच के लिए किट उपलब्ध
देश में कोरोना के मरीज बढने और इंदौर में दो केस सामने आने के बाद मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए हैं। सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं खंगाली जा रहीं हैं। एम्स में कोरोना की जांच के लिए किट उपलब्ध कराई गई हैं।