आयकर विभाग के अनुसार तलाशी अभियान में बड़े पैमाने पर फर्जी कर कटौती में मदद करने के आरोपी व्यक्तियों और संस्थाओं को निशाना बनाया है। विभाग ने इन लोगों से जुड़े आठ ठिकानों पर छापे मारे, जिन्होंने कथित तौर पर करदाताओं को राजनीतिक चंदे, ट्यूशन फीस और चिकित्सा व्यय सहित विभिन्न मदों में फर्जी कटौतियों का दावा किया। इनमें भीलवाड़ा के छह, चित्तौड़गढ़ व बिजयनगर में एक-एक कार्रवाई शामिल हैं।
जांच में कुछ आयकर रिटर्न तैयार करने वालों और बिचौलियों की ओर से संचालित संगठित रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जो फर्जी कटौतियों और छूटों का दावा करते हुए रिटर्न दाखिल कर रहे थे। इन धोखाधड़ी वाली रिटर्न में लाभकारी प्रावधानों का दुरुपयोग किया गया है। यहां तक कि कुछ लोग अत्यधिक रिफंड का दावा करने के लिए झूठे टीडीएस रिटर्न भी जमा करते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि कई टैक्स प्रोफेशनल फर्जी सगठनों व संस्थाओं को फर्जी तरीके से चंदा देकर वापस नकद राशि प्राप्त कर लेते हैं।
बताया गया कि सोमवार सुबह आयकर अधिकारियों को मिले निर्देश के बाद भीलवाड़ा शहर में एक साथ छह जगहों पर सुबह 8 बजे कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इन सभी ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। कुछ जगहों पर फर्जी तरीके से दान करने का मामला भी सामने आया है। भीलवाड़ा में तिलकनगर रोड बगताबाबा के पास, पुराना आरटीओ रोड़ समेत अन्य जगहों पर यह कार्रवाई की गई है।