दुर्ग के अलावा राजनांदगांव में 27 मिमी. और बालोद जिले में सर्वाधिक 46.1 मिमी. बारिश दर्ज की गई। बेमेतरा और खैरागढ़ जिले में मामूली 3.5 मिमी. बारिश मापी गई। कुल मिलाकर प्री-मानसून की इस बारिश ने चिलचिलाती गर्मी से दुर्ग संभाग के लगभग सभी जिलों को भिगोया। दुर्ग जिले में अधिकतम तापमान दो डिग्री की बढ़त पर 41.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, वहीं न्यूनतम पारा 24.2 डिग्री रहा।
बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने बताया कि, दक्षिण पूर्व मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीप और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान द्वीप के शेष हिस्से, अंडमान सागर और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ भाग में अगले दो से तीन दिनों में सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से रविवार को दुर्ग जिले में एक-दो स्थानों पर मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। वहीं सर्वाधिक स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने और वज्रपात होने की भी संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने 8 जिलों में बारिश, गरज-चमक और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले 3 घंटों में बालोद, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, कांकेर, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, रायपुर, राजनांदगांव में अलग-अलग स्थानों पर सतही हवा और बारिश के साथ मध्यम गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
खाड़ी में मानसून की दस्तक
बंगाल की खाड़ी में
मानसून की शुरुआत हो चुकी है। सबकुछ ठीक रहा तो 18 जून के आसपास दुर्ग संभाग में मानसून की बारिश होगी। एक जून तक मानसून केरल पहुंचने की संभावना है। अभी तक की स्थिति में अलनीनो भी सक्रिय नहीं है, ऐसे में इस साल मानसून समय पर पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने कहा है कि इससे पहले प्री-मानसून के तहत मई के बचे हुए दिनों में 5 से 7 दिन हल्की बारिश हो सकती है। फिलहाल तापमान में बहुत ज्यादा वृद्धि की संभावना कम है।
अभी तक लू के हालात नहीं
मौसम विभाग ने कहा कि फिलहाल दुर्ग और रायपुर जिलों में दिन का पारा 43.8 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचा है। इसके अलावा मई में हुई वर्षा ने भी नमी बढ़ाई और तापमान इससे ऊपर नहीं गया। इस लिहाज से खत्म होते मई में इस साल लू चलने की संभावना कम ही है। ऐसी ही मौसम की घटनाएं पिछले साल भी हुई थी, जब मई में लू नहीं चली थी, लेकिन जून के महीने में गर्मी ने लोगों को खूब बेचैन किया था। सबसे गर्म दिन २१ जून रहा था, जिसमें तापमान 45.3 डिग्री दर्ज किया गया था।