वह कराहते हुए सड़क किनारे बैठा था। लोगों ने उसे नग्न अवस्था में देखा। तभी एक राहगीर ने उसे देखा और तुरंत उससे नाम पूछा तो उसने राजपूत बताया। तब लोगों ने अजय सिंह राजपूत इसकी सूचना दी। इस दौरान राहगीरों ने उसे पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र सेक्टर-9 में भर्ती कराया, जहां बर्न यूनिट में उसका उपचार चल रहा है। पाटन एसडीओपी अनुप लकड़ा ने बताया कि यह मामला बुधवार शाम करीब 6 बजे की है। जब छात्र ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया।
ऑनलाइन गेम में करीब 25 हजार हारा
गाड़ाडीह तिरंगा निवासी संस्कार सिंह राजपूत (18) मर्रा आत्मानंद शासकीय स्कूल में 11वीं का छात्र है।
ऑनलाइन गेम में बुरी तरह लिप्त था और 25 हजार रुपए हार गया। उसने अपने पिता के मोबाइल से करीब 25 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन कर दिया। जब पिता को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने उसे डांटा और पिटाई की। इससे आहत होकर छात्र घर से स्कूल जाने का बहाना बनाकर निकला और अपने परिचित से पेट्रोल मंगाया। जामगांव के पास रास्ते में एक बाड़ी में गया और अपने शरीर पर पेट्रोल उड़ेल लिया और माचिस से आग लगा ली।