वर्तमान में
भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी) दुर्ग से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की पढ़ाई कर रहीं अस्मी खरे के मार्गदर्शन में उनकी टीम ने गेल इंडिया के लिए एक जियो लोकेशन आधारित उपस्थिति प्रणाली विकसित की, जिससे बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के जीपीएस के माध्यम से उपस्थिति दर्ज हो सके। साथ ही जहां इंटरनेट की उपलब्धता सीमित है, ऐसे क्षेत्रों के लिए ऑफलाइन उपस्थिति को सपोर्ट करते वाला उपकरण भी विकसित किया, जो गेल साइट के कर्मचारियों को मोबाइल ऐप के माध्यम से आपात स्थितियों की तुरंत रिपोर्ट करने में मदद करता है, जिससे त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। इस टीम में यशवर्धन सिंह, विपिन कुमार गौतम, प्रथम साहू, मयंक देशलहरा और जतिन कुंजाम शामिल हैं।
राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर हैकाथॉन पुरस्कार प्राप्त कर चुकीं, अनिल खरे और स्मिता खरे की बेटी अस्मी देश की श्रेष्ठ सात टीम लीडर्स में एक हैं, जिन्हें इस विशेष आमंत्रण के लिए चुना गया है। इस उपलब्धि पर उत्साहित अस्मी ने राष्ट्रपति का आभार जताते हुए कहा कि यह जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है और मैं अपने शहर और प्रदेश का प्रतिनिधित्व करके गर्व महसूस कर रही हूं। इस समारोह में अस्मी देश के उन उत्कृष्ट और क्रिएटिव व्यक्तियों के साथ शामिल होंगी, जिन्हें भारत की राष्ट्रपति से मिलने का मौका मिलेगा।