बताते हैं कि 10 जून 2025 को किसी वाहन चालक ने परिवहन विभाग के दो सुरक्षाकर्मियों की ओर से ट्रकों को रोककर उनसे अवैध वसूली करने का वीडियो बनाया। वीडियो वायरल होने के बाद मामला परिवहन विभाग के पास पहुंचा तो आनन-फानन में खानापूर्ति करते हुए कार्रवाई की गई।
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रभुलाल बामनिया ने बताया कि 10 जून को सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर वायरल हुये वीडियो में परिवहन विभाग के उडऩदस्ते में कार्यरत संविदा सुरक्षाकर्मी लुधावई टोल प्लाजा पर गुजरने वाले वाहनों से कुछ सामान लेते दिखाई दे रहे थे। इस पर कार्यवाही करते हुये वायरल वीडियो में दिखाई दे रहेे दोनों संविदा सुरक्षाकर्मियों मोहन सिंह व राकेश को तत्काल प्रभाव से सेवा से कार्यमुक्त कर दिया है तथा सबन्धित परिवहन निरीक्षक अमित सुंडा को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु लिखा गया है। वहीं दूसरी ओर से यह मामला मुयालय पर भी अधिकारियों के प्रसंज्ञान में आया है।
अवैध वसूली का बड़ा खेल…
हकीकत यह है कि परिवहन विभाग की ओर से लुधावई टोल प्लाजा और उससे आगे अवैध वसूली करने का यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले एक दर्जन से अधिक मामले पूर्व में भी सामने आ चुके हैं। इतना ही नहीं हर बार विभाग की ओर से जांच और कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है और दूसरे ही दिन अवैध वसूली का खेल शुरू हो जाता है। हालांकि यह भी जांच का विषय है कि आखिर वीडियो वायरल होने या जनप्रतिनिधियों के ही मामला उठाने के बाद कार्रवाई क्यों होती हैं। कहीं ना कहीं परिवहन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी ऐसे प्रकरणों में जांच कराई जानी चाहिए। ताकि असल में भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई हो सके।