ये बीमारियां होंगी शामिल
पायलट प्रोजेक्ट होम बेस्ड पैलिएटिव केयर योजना के तहत कैंसर, हृदय रोग, किडनी, लीवर की गंभीर बीमारियां, न्यूरोलॉजिकल बीमारियां, बुजर्गों में मल्टीपल क्रॉनिक डिजीज से जुड़े रोगियों को घर पर उपचार करेंगे। बुजुर्ग मरीज के घर पर नर्सिंगकर्मी दर्द, उल्टी, सांस की तकलीफ एवं बैचेनी आदि से राहत दिलाने के अलावा मरीज और परिवार को मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद से दूर रखने का भी कार्य करेंगे।
प्रशिक्षित करेगी टीम
कार्यक्रम के तहत मरीजों को क्वालिटी ऑफ लाइफ मिलेगी। मरीजों की देखभाल के लिए परिजनों को प्रशिक्षित करेंगे। कार्यक्रम के तहत जिन बीमारियों का इलाज संभव नहीं होता, उन मरीजों को पैलिएटिव केयर मिलेगी।
बुजुर्ग और गंभीर मरीजों के लिए कारगर
यह सुविधा खासतौर से ऐसे बुजुर्ग और गंभीर मरीजों के लिए कारगर साबित होगी, जो अस्पताल आने-जाने में असमर्थ हैं या जिनके लिए लंबी दूरी तय करना स्वास्थ्य के लिहाज से जोखिम भरा है। केयर सेवा से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि उनके परिजनों को भी अस्पताल में भर्ती कराने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा।डॉ. असित श्रीवास्तव, डिप्टी सीएमएचओ एवं नोडल ऑफिसर भरतपुर