सनस्क्रीन न लगाना (Not applying sunscreen)
धूप की हानिकारक किरणें स्किन को समय से पहले बूढ़ा बना सकती हैं। बिना सनस्क्रीन के बार-बार धूप में निकलना झुर्रियों, डार्क स्पॉट्स और स्किन की कसावट कम होने का कारण बनता है। इसलिए मौसम कोई भी हो, रोज सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
ज्यादा एक्सफोलिएशन करना (Exfoliating too much)
एक्सफोलिएशन डेड स्किन हटाने के लिए जरूरी है, लेकिन ज्यादा रगड़ना या बार-बार करना स्किन की नैचुरल प्रोटेक्शन लेयर को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे स्किन पतली और सेंसेटिव हो जाती है।
मॉइस्चराइजर न लगाना (Not applying moisturizer)
ड्राई स्किन न केवल डल दिखती है बल्कि एजिंग प्रोसेस को भी तेज करती है। रोजाना मॉइस्चराइजर लगाने से स्किन हाइड्रेटेड, स्मूद और यंग बनी रहती है। गर्दन की स्किन को नजरअंदाज करना(Ignoring the skin of the neck)
ज्यादातर लोग सिर्फ चेहरे पर क्रीम लगाते हैं और गर्दन को भूल जाते हैं, जबकि गर्दन की स्किन भी नाजुक होती है और जल्दी एजिंग दिखाती है। फेस के साथ-साथ गर्दन की देखभाल भी जरूरी है।
स्ट्रॉन्ग स्किनकेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल (Use of strong skincare products)
ज्यादा केमिकल या अल्कोहल वाले प्रोडक्ट्स स्किन की नमी छीन सकते हैं, जिससे ड्राइनेस और इरिटेशन होती है। बेहतर है कि सॉफ्ट और मॉइस्चराइजिंग प्रोडक्ट्स का चुनाव करें।
आई क्रीम को जोर से लगाना (Applying eye cream vigorously)
आंखों के आसपास की स्किन बहुत पतली और नाजुक होती है। इसे जोर से रगड़ने से फाइन लाइन्स जल्दी आ सकती हैं। हमेशा रिंग फिंगर से हल्के हाथों से क्रीम लगाएं।
मेकअप उतारे बिना सोना (Sleeping without removing makeup)
रात को मेकअप उतारे बिना सोने से पोर्स बंद हो जाते हैं, गंदगी और पॉल्यूशन स्किन में जम जाते हैं, जिससे पिंपल्स और डलनेस बढ़ सकती है। इससे स्किन की नाइट रिपेयर प्रोसेस भी प्रभावित होती है।
पर्याप्त नींद न लेना (Not getting enough sleep)
कम सोने से स्किन रिपेयर नहीं हो पाती, जिससे डार्क सर्कल्स, फीकी रंगत और थकी-थकी स्किन नजर आती है। रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना स्किन के लिए जरूरी है।