पूर्व में इस योजना में केवल कक्षा 6वीं से 10वीं तक के छात्र ही भाग ले सकते थे। चयनित छात्रों को उनके मॉडल और प्रदर्शनों पर आधारित नवाचार के लिए मंत्रालय की ओर से नगद पुरस्कार दिया जाता है। इसका उद्देश्य छात्रों को प्रेरित कर विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना और जीवन उपयोगी समाधान तैयार करवाना है।
विज्ञान एवं नवाचार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका
विभाग के निर्णय के तहत अब 11वीं व 12वीं के छात्र भी अपनी वैज्ञानिक सोच के अनुरूप मॉडल तैयार कर सकेंगे। इससे उच्च कक्षाओं के परिपक्व विचारों और सोच से विज्ञान के क्षेत्र में और मजबूती आने की संभावना जताई जा रही है। प्रदेश और जिले में संचालित हजारों सरकारी व निजी विद्यालयों में लाखों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। ऐसे में यह निर्णय विज्ञान एवं नवाचार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा।
राजस्थान शिक्षा विभाग करेगा बड़ा बदलाव! बोर्ड की आय में होगा इजाफा, परीक्षकों का बढ़ेगा मेहनताना
इंस्पायर अवार्ड को लेकर 15 जून से प्रक्रिया आरंभ होगी। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 सितम्बर होगी। इसमें सरकारी व निजी विद्यालयों के छात्र पहचान पत्र, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फोटो सहित अन्य जरूरी दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकेंगे।
15 जून से प्रक्रिया आरंभ
योजना में आवेदन करने के लिए 15 जून से नॉमिनेशन प्रक्रिया प्रारंभ होगी। इसमें सरकारी व निजी विद्यालयों के छात्र पहचान पत्र, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फोटो सहित अन्य जरूरी दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकेंगे। नॉमिनेशन की अंतिम तिथि 15 सितंबर है। मंत्रालय ने पहली बार कक्षा 11 वीं , 12 वीं कक्षा के छात्रों को योजना में भाग लेने के लिए शामिल किया है। यह अच्छा निर्णय है।
-जेतमाल सिंह राठौड़, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक बाड़मेर