
करगिल में त्रिमोही गांव के कई घर हुए थे खाली
गुलाबराम भील बताते हैं कि कारगिल युद्ध के समय त्रिमोही गांव के कई परिवार घर खाली करके सुरक्षित स्थानों पर गए थे। उनमें उनका परिवार भी शामिल था। इस बार फिर ऐसी परिस्थितियां बनने से आमजन के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है। लोग चिंतित हैं, कि क्या फिर गांव खाली करना पड़ेगा।
सीमा पर कड़ी निगरानी, लोग सतर्क
बाखासर, कैलनोर, गडरारोड़, मुनाबाव, रोहिड़ी और सुन्दरा से लेकर जैसलमेर तक सीमा से सटे करीब 200 गांवों में उच्च सतर्कता बरती जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा शाम 6 बजे के बाद आवागमन पर सख्ती की गई है और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। एयर स्ट्राइक के बाद हाई अलर्ट घोषित किया गया है। इंटरनेट और सोशल मीडिया की पहुंच के कारण यहां के लोग पल-पल की जानकारी ले रहे हैं।
विकास की राह पर लौटते गांवों में फिर चिंता
हाल के वर्षों में क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के चलते लोग सुखद भविष्य की ओर अग्रसर थे। सिंचाई परियोजनाओं और अच्छी फसल के बाद ग्रामीणों ने अपने जीवनस्तर को बेहतर करने की योजना बनाई थी। लेकिन ताजा हालातों ने इन योजनाओं पर अनिश्चितता की छाया डाल दी है।भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी मेजर का सिर काटने वाले ‘फौजी’ की बड़ी चेतावनी
पिछले अनुभवों से सबक लेने का समय
ढाट क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों पूर्व सरपंच रमेशचंद्र चांडक, दशरथ मेघवाल,तुलजा राम महेश्वरी, देवाराम दर्जी ने बताया कि देश को पिछली घटनाओं से सीख लेकर भविष्य की रणनीति तय करनी चाहिए। ग्रामीणों का मानना है कि अब समय आ गया है जब सुरक्षा को लेकर कोई भी ढिलाई न बरती जाए और देश को स्पष्ट संदेश दिया जाए कि आतंकी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर एयर स्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर के बाद जैसलमेर एयरबेस पर हाई अलर्ट राजस्थान’ में हाई अलर्ट… 4 जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित, परीक्षा स्थगित; सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल