दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच के अनुसार रविवार देर रात सूचना मिली कि एक लग्जरी कार में बाड़मेर निवासी गोधुराम मणिपुर से ड्रग्स (अफीम) लेकर दिल्ली आ रहा है। तलाशी में लग्जरी कार की ड्राइविंग सीट के नीचे छिपाकर रखा 18 किलोग्राम अफीम का दूध बरामद किया गया। तीनों को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया। कार की तलाशी में एक पिस्टल भी बरामद हुई, जो गोधुराम की लाइसेंसी बताई गई।
छुट्टी लेकर आया और तस्करी शुरू की
मुख्य आरोपी गोधुराम भारतीय सेना में कांस्टेबल है और वर्तमान में नौकरी से अनुपस्थित है। फरवरी 2024 में वह तीन माह की छुट्टी लेकर आया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। इसी दौरान सांचौर निवासी भागीरथ की ऐशो-आराम की जिंदगी देखकर वह भी अफीम की खेप पहुंचाने लगा। मणिपुर के इंफाल से जोधपुर तक अफीम की खेप पहुंचाने के प्रति ट्रिप तीन लाख रुपए मिलते थे।
पुलिस से बचने के लिए गर्लफ्रेंड को ले जाता था साथ
भागीरथ की गिरफ्तारी के बाद गोधुराम जोधपुर के श्रवण विश्नोई के लिए काम करने लगा। वह अपने दो मित्रों के साथ 23 लाख रुपए लेकर इंफाल पहुंचा, जहां होटल में तस्कर रमेश मैती से मुलाकात हुई और 18 किलो अफीम का दूध लेकर कार से दिल्ली गया। उसे 8 किलो की सप्लाई दिल्ली और 10 किलो की जोधपुर में देनी थी। पुलिस से बचने के लिए गर्लफ्रेंड देवी को साथ ले जाता था। पुलिस अब मुख्य आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि पूछताछ में तस्करी के रैकेट को लेकर और भी कई बड़े खुलासे हो सकते है।