घटना की सूचना पुलिस को डायल 112 पर दी गई थी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बेटे की निशानदेही पर झाड़ियों से एक थैले में लिपटा भ्रूण बरामद किया। रविवार सुबह बेटे ने कैंट थाने पहुंचकर मां पर भ्रूण हत्या और अवैध गर्भपात का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई।
नशे की लत और पारिवारिक विवाद बना वजह
पुलिस जांच में सामने आया कि महिला पिछले कुछ समय से नशे की गोलियों की आदी हो चुकी थी और उसका पति व बेटे से आए दिन झगड़ा होता था। इसी कलह के चलते घर का माहौल तनावपूर्ण रहता था। बेटे ने पुलिस को बताया कि उसे मां के गर्भवती होने की जानकारी पहले से थी। शनिवार रात उसने अपनी मां को संदिग्ध तरीके से घर से बाहर जाते देखा। शक होने पर पीछा किया तो पास की झाड़ियों में एक थैला पड़ा मिला, जिसमें भ्रूण दिखाई दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा: भ्रूण पांच माह का था, लड़का था
देर शाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि भ्रूण लगभग पांच माह का पुरुष शिशु था। चिकित्सकों के अनुसार, तीन माह तक के गर्भ को दवाओं से गिराया जा सकता है, लेकिन चार माह से अधिक अवधि के गर्भपात के लिए चिकित्सकीय प्रक्रिया और अनुमति अनिवार्य होती है। सीओ प्रथम आशुतोष शिवम ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि महिला ने खुद दवाओं से गर्भपात किया या किसी झोलाछाप से मदद ली।
परिवार में पहले से चल रहा था तनाव
जानकारी के मुताबिक, महिला का पति उससे तलाक लेना चाहता है लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं थी। दूसरी ओर, 45 वर्ष की उम्र में एक और संतान को जन्म देना वह नहीं चाहती थी। इन सभी परिस्थितियों के बीच उसने गर्भपात का फैसला लिया होगा, ऐसा पुलिस का अनुमान है। इस पूरे मामले में पुलिस ने भ्रूण को कब्जे में लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है और महिला की तलाश की जा रही है, जो घटना के बाद से फरार है।
प्रमुख बिंदु:
बेटा खुद दर्ज कराने पहुंचा मां के खिलाफ एफआईआर भ्रूण पांच माह का लड़का निकला महिला को नशे की लत, पारिवारिक कलह बना कारण बरेली में इस तरह का पहला मामला