गिरफ्तार तस्करों की पहचान कृष्ण कुमार उर्फ आशू निवासी मिलक मझरा थाना भमोरा, तेजपाल निवासी ग्राम खुर्द थाना फरीदपुर और ताराचंद्र निवासी ताल गौटिया थाना फरीदपुर बरेली के रूप में हुई है। पुलिस ने इन तीनों को 22 जून की रात विकास भवन के पीछे वाली सड़क से उस वक्त दबोचा जब वे माल लेकर रवाना होने वाले थे।
झारखंड से मंगवाकर अन्य जिलों में बेचते थे माल
पुलिस के मुताबिक यह गैंग झारखंड से अफीम मंगवाकर उसे लुधियाना, पंजाब में सप्लाई करता था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे अफीम झारखंड के राहुल नाम के एक सप्लायर से मंगवाते हैं। वह हर बार अलग-अलग ट्रेनों से माल लेकर बरेली आता है। इस बार वह किसान एक्सप्रेस से आया था और रेलवे स्टेशन पर ही माल की डिलीवरी दी। वहीं पर तीनों आरोपियों ने उसे नकद रकम थमाई, जिसके बाद वह दूसरी ट्रेन से वापस चला गया।
धूपबत्ती और पाउडर में मिलाकर बढ़ाते थे मात्रा
आरोपियों की योजना थी कि अफीम को कॉमप्लान, धूपबत्ती और पाउडर में मिलाकर उसकी मात्रा तीन किलो से ज्यादा की कर दी जाए और फिर उसे ट्रक में छिपाकर लुधियाना ले जाया जाए। ताराचंद्र ट्रक ड्राइवर है और एसटीसी कंपनी के ट्रक से वह बरेली से पंजाब तक किराना माल पहुंचाता है। इसी ट्रक में अफीम छिपाकर ले जाई जाती थी।
अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
लुधियाना में ‘वाहे दा गुरु’ ढाबे के पास तस्करी का तय ठिकाना था, जहां माल लेने वाला व्यक्ति पहुंचता और मौके पर भुगतान करता था। पूछताछ में आरोपियों ने यह भी बताया कि वे पहले भी कई बार अफीम की खेप पंजाब में सप्लाई कर चुके हैं और झारखंड से सस्ता माल लाकर पंजाब में ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमा चुके हैं। तीनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कृष्ण कुमार और तेजपाल पर पंजाब के रोपड़ जिले में भी एनडीपीएस एक्ट के तहत पहले से केस दर्ज हैं। झारखंड के सप्लायर राहुल के मोबाइल नंबर की पहचान हो चुकी है और पुलिस अब उसे पकड़ने की तैयारी में जुट गई है।
गिरफ्तारी में शामिल टीम
थाना बारादरी प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडे, एसओजी प्रभारी नवीन कुमार सिंह, सर्विलांस प्रभारी सत्येंद्र मोतला, चौकी प्रभारी कुशलपाल, अखिलेश उपाध्याय समेत पुलिसकर्मी आशीष कुमार, आदित्य प्रताप सिंह, तेज सिंह, पंकज कुमार, देवेंद्र सिंह और प्रदीप कुमार शामिल रहे।