पूर्वाचल नगर निवासी मयूर वाडला का कहना है कि जब उन्होंने अपने रुपये मांगने शुरू किए तो रुद्रपुर निवासी ब्रजेश मिश्रा मध्यस्थ बनकर सामने आया। उसने खुद को राधा स्वामी मंदिर का पुजारी और एक सांसद का पीए बताकर भरोसा दिलाया कि वह सारे पैसे दिला देगा। इसके बाद ब्रजेश मिश्रा ने पीलीभीत के एक दरोगा का नाम लेकर 40 हजार रुपये वसूले और कुछ समय बाद कह दिया कि दरोगा की डेंगू से मौत हो गई।
दरोगा और सांसद का पीए बताकर ऐंठे रुपये
पीड़ित का आरोप है कि दूसरे दरोगा के नाम पर 42 हजार रुपये और वसूल लिए गए। इसके बाद यज्ञ और पूजा के नाम पर डेढ़ लाख रुपये नकद ले लिए गए। कृष्णा मौर्य के रिश्तेदार हरपाल मौर्य के माध्यम से 4.5 लाख रुपये आरटीजीएस से ट्रांसफर कराने का झांसा देकर 6,300 रुपये और वसूले गए। काफी दबाव डालने पर ब्रजेश मिश्रा ने 3.80 लाख रुपये के दो चेक दिए, जो बैंक में जमा करने पर बाउंस हो गए। पीड़ित का दावा है कि उन्होंने ब्रजेश मिश्रा का एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया है, जिसमें वह एक लाख 80 हजार रुपये नकद लेने की बात कबूल कर रहा है।
मिलने के बहाने बुलाकर किया गुमराह, दी धमकी
पीड़ित ने बताया कि 22 मार्च को फोन पर हुई बातचीत में आरोपी ने मयूर वाडला को 29 मार्च को रुद्रपुर बुलाया, लेकिन वहां गलत पता देकर उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद किया। जब दोबारा बात करने की कोशिश की गई तो ब्रजेश मिश्रा ने फोन पर धमकी देते हुए कहा, “अगर दोबारा कॉल किया तो तुझे गायब कर दूंगा, तेरी लाश भी नहीं मिलेगी। पीड़ित ने इस मामले में एडीजी रमित शर्मा से शिकायत की। एडीजी के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।