इस्लामनगर के नूरपुर पिनौनी निवासी दिनेश पाल सिंह की बेटी दीक्षा की शादी मुरादाबाद निवासी युवक से तय हुई थी। सोमवार को बारात गांव पहुंचने वाली थी। घर में हल्दी, मेहंदी और संगीत जैसी रस्मों के बीच खुशियों का माहौल था। रविवार देर रात तक घरवाले नाच-गाने के बाद सोने चले गए।
अचानक पेट में दर्द होने से बिगड़ी तबियत
परिजनों के अनुसार, रात करीब डेढ़ बजे दीक्षा को पेट में अचानक तेज दर्द उठा और वह शौचालय गई, जहां उसकी हालत बिगड़ गई। सांसें तेज चलने लगीं और कुछ ही देर में गर्दन अकड़ गई। परिजन आनन-फानन में गांव के एक चिकित्सक को लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक दीक्षा ने दम तोड़ दिया। परिवार के अनुसार दीक्षा को पहले से हृदय संबंधी बीमारी थी और दिल्ली में उसका इलाज चल रहा था। आशंका जताई जा रही है कि हार्ट अटैक से उसकी मृत्यु हुई।
घर की इकलौती बेटी और बीए की छात्रा थी दीक्षा
दीक्षा अपने माता-पिता की इकलौती और चार भाइयों में सबसे बड़ी संतान थी। वह इस्लामनगर के एक डिग्री कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रही थी। दुल्हन के रूप में सजने वाली दीक्षा ने शादी से पहले हल्दी और मेहंदी की रस्मों में पूरे उत्साह से भाग लिया था और कई तस्वीरें भी खिंचवाई थीं। इन तस्वीरों को परिवार के लोगों ने सोशल मीडिया पर भी साझा किया था। जैसे ही मौत की सूचना लड़के पक्ष को दी गई, वहां भी शोक की लहर दौड़ गई। दोनों परिवारों में खुशी का माहौल पल भर में गहरे मातम में बदल गया।