सुबह 9 बजे खुला सेवा केंद्र शुरुआत में सामान्य रूप से संचालित होता रहा, लेकिन 11 बजे के बाद अचानक सर्वर डाउन हो गया। इसके बाद किसी भी आवेदन या सत्यापन का काम नहीं हो सका। बरेली समेत मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर और शाहजहांपुर से आए सैकड़ों लोगों को लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ा। तीन घंटे के इंतजार के बाद जब स्थिति जस की तस रही तो लोगों में नाराजगी बढ़ने लगी। हंगामे की आशंका के चलते स्टाफ ने आवेदकों को हर आधे घंटे में सर्वर की स्थिति की जानकारी दी, लेकिन शाम तक कोई समाधान नहीं निकल सका।
सोशल मीडिया पर छलकी पीड़ा
बिजनौर से पासपोर्ट बनवाने आए मोहम्मद जाहिद ने बताया कि उन्होंने बुधवार को ही बरेली आकर रात्रि विश्राम किया था। गुरुवार को समय पर केंद्र पहुंचे लेकिन शाम तक इंतजार के बाद भी कार्य नहीं हो पाया। मुरादाबाद के मोहम्मद कैफ ने बताया कि उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर पासपोर्ट मुख्यालय को टैग कर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। कई अन्य आवेदकों ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर व्यवस्था पर सवाल उठाए।
स्लॉट रीशेड्यूल करने का सुझाव
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तर भारत के कई पासपोर्ट केंद्रों पर 9 से 11 बजे तक कार्य हुआ, लेकिन 11 बजे के बाद से सर्वर में खराबी आ गई, जिससे कामकाज प्रभावित हुआ। शाम तक सुधार की कोशिशें जारी रहीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। दोपहर बाद आवेदकों को सूचना दी गई कि वे अपने स्लॉट रीशेड्यूल करा सकते हैं। हालांकि दूरदराज से आए कई लोग लौटने को तैयार नहीं थे, जिन्हें स्टाफ ने समझा-बुझाकर शांत किया।