बारादरी के मोहल्ला एजाजनगर गौटिया निवासी 70 वर्षीय खुर्शीदा बेगम ने बताया कि वह फिलहाल अपने छोटे बेटे अब्दुल कलीम के साथ इज्जतनगर इलाके में रहती हैं। उनके नाम से मोहल्ला एजाज नगर गौटिया में दो मंजिला मकान है। मकान का ऊपरी हिस्सा बड़े बेटे अब्दुल शमीम के पास है, जबकि नीचे का हिस्सा पीड़िता और छोटे बेटे के हिस्से में आता है, जिसमें ताला लगा था।
बेटे-बहू को किया था संपत्ति से बेदखल
पीड़िता के मुताबिक उन्होंने बेटे अब्दुल शमीम और बहू यासमीन को उनके व्यवहार और गलत चाल-चलन की वजह से चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया था। इसी बात से नाराज होकर बेटा-बहू उन्हें लगातार धमका रहे थे। पीड़िता ने बताया कि 10 जुलाई को दोपहर में किसी पड़ोसी ने फोन कर बताया कि उनके बंद मकान में दीवार काटकर चोरी हो गई है। शाम छह बजे जब वह छोटे बेटे के साथ मौके पर पहुंचीं तो देखा कि घर की दीवार टूटी हुई है और अंदर रखा साढ़े नौ तोला सोना, पीतल के बर्तन, टीवी, फ्रिज, इनवर्टर-बैटरी, तीन गैस सिलेंडर, गैस चूल्हा और कीमती फर्नीचर गायब था।
गाली-गलौज कर बेटे ने दी मारने की धमकी
जब उन्होंने बेटे अब्दुल शमीम और बहू यासमीन से इस बारे में पूछा तो दोनों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और घर से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। आरोप है कि शमीम ने खुलेआम कहा हमने ही सामान चुराया है, जो करना है कर लो, अगर दोबारा इधर आई तो जान से मार देंगे। पीड़िता ने बताया कि वह 11 जुलाई को बारादरी थाने पहुंचीं, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी। एक हफ्ते तक चक्कर कटवाने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। जिसके बाद पीड़िता ने एसएसपी अनुराग आर्य से शिकायत की, एसएसपी के आदेश पर बारादरी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। पीड़िता खुर्शीदा बेगम का कहना है कि उनका बेटा अब्दुल शमीम पेशेवर अपराधी है, जिस पर मुरादाबाद में गैंगस्टर और एंटी सोशल एक्टिविटी के तहत कई मुकदमे चल रहे हैं। वह लोगों को ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठता है।