1.5 करोड़ की मंजूरी, लेकिन काम में लापरवाही
सरकार ने इस विद्यालय की मरम्मत के लिए 1.5 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इसका मकसद भवन को नए स्वरूप में बदलना और बच्चों को बेहतर सुविधाएं देना है। मगर मौके पर मंत्री को काम ढीला-ढाला और मानकों से नीचे मिला। इसी पर नाराज़गी जताते हुए उन्होंने अफसरों को साफ हिदायत दी कि अब काम तय गुणवत्ता और समयसीमा के भीतर पूरा होना चाहिए।
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
निरीक्षण के बाद मंत्री असीम अरुण ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों के लिए यह राशि दी है ताकि उन्हें पढ़ाई के साथ अच्छा भोजन, बेहतर फर्नीचर और रहने की सुविधाएं मिल सकें। यहां की लापरवाही बेहद गंभीर है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं होगा।”
प्रदेश में चल रहे 101 सर्वोदय विद्यालय
प्रदेश भर में समाज कल्याण विभाग द्वारा 101 सर्वोदय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इनमें गरीब परिवारों के बच्चों को कक्षा 6 से 12 तक आवासीय और शैक्षिक सुविधाएं दी जाती हैं। समय-समय पर इन संस्थानों में मरम्मत और सुधार कार्य कराए जाते हैं, लेकिन भोजीपुरा में गुणवत्ता से खिलवाड़ पकड़े जाने पर अब अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।