-लगातार हंगामा कर रही थी युवती
मूल रूप से क्योलड़िया निवासी रामपुर गार्डन में पीजी में रह रही थी। चार महीनों से रामपुर गार्डन स्थित जॉली की कोठी के बाहर हंगामा करती थी। अंदर घुसने के लिए जिद करती थी। वह आए दिन गार्ड्स से नोकझोंक करती, कोठी में घुसने की कोशिश करती और सार्वजनिक रूप से हंगामा मचाती थी। 1 सितंबर को इसी मामले में कोतवाली पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
शुक्रवार को फिर से पहुंची कोठी, पुलिस ने दबोचा
शुक्रवार सुबह आरोपी युवती एक बार फिर रामपुर गार्डन में जॉली की कोठी पहुंच गई और जमकर हंगामा करने लगी। उसने चिल्लाते हुए कहा कि “जोली को छोड़ूंगी नहीं, उन्होंने मेरा शोषण किया है। रंगदारी का मुकदमा झूठा है।” सूचना पुलिस।को दी गई। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में पलटे बयान
कोतवाली पहुंचने पर युवती ने नया रंग दिखाया। उसने कहा कि वह त्रिजीत अग्रवाल को नहीं जानती, बल्कि उनके पिता राजेश अग्रवाल से परिचित है और उन्हें बुलाना चाहती है। उसने कहा कि राजेश अग्रवाल को बुलाओ, वह उनसे कुछ बात करना चाहती है। वहीं, स्कूल मालिक राजेश अग्रवाल ने साफ कहा कि वह युवती को नहीं जानते हैं। वह वर्तमान में मुंबई में हैं। युवती उनके परिवार को तीन चार महीने से परेशान कर रही है। उसने शहर के अन्य कई संभ्रांत परिवारों के लोगों पर आरोप लगाकर उनसे वसूली की है।
पुलिस का बयान
इंस्पेक्टर कोतवाली अमित पांडे ने बताया कि युवती पर रंगदारी मांगने और झूठे दुष्कर्म केस की धमकी देने का आरोप है। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि उसने पहले भी कई लोगों को अपने जाल में फंसाकर वसूली की है। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया और जेल भेज दिया गया।