बिहार के पटना जिले के बैतौड़ा निवासी पीड़िता रीतिका रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है। रीतिका ने बताया कि उसने OLX पर अपने घर का फ्लैट किराए पर देने के लिए पोस्ट डाली थी। कुछ ही देर बाद दीपक बजरंग नाम के एक शख्स ने कॉल किया और खुद को आर्मी अफसर बताते हुए आधार, पैन और CISF आईडी कार्ड की फोटो भेजकर भरोसा दिलाया।
उसने कहा कि वह महाराष्ट्र से बिहार ट्रांसफर होकर आ रहा है और फ्लैट किराए पर लेना चाहता है। इसी बीच एक और आरोपी योगेश कुमार जोशी ने खुद को आर्मी अकाउंटेंट बताया और कहा कि आर्मी ऑफिस से एक साथ सिक्योरिटी मनी और तीन महीने का किराया भेजा जाएगा लेकिन उसे रिवर्स पेमेंट करना पड़ेगा, ताकि सिस्टम पेमेंट रिलीज करे।
झांसे में आकर रीतिका ने तीन किश्तों में कुल 85,345 की रकम गूगल पे के जरिए ट्रांसफर कर दी। ट्रांजैक्शन के बाद आरोपी गायब हो गए, तो रीतिका को समझ आ गया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुकी है। उसने तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज की और अब बारादरी थाने में भी एफआईआर दर्ज कराई है।
बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। साइबर सेल से डिटेल खंगाली जा रही है। मामला फर्जी पहचान, सरकारी पद का दुरुपयोग और संगठित ठगी से जुड़ा है, इसलिए पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है।