दानिया का दावा है कि उसने न तो धर्म बदला और न ही प्रेमी हर्षित यादव से शादी की, बल्कि वृंदावन में दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। आरोप है कि उसकी सौतेली मां ने पहले उसे हर्षित से दोस्ती के लिए उकसाया और फिर पैसों के लिए ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। दानिया ने कहा मैं सौतेली बेटी थी, इसलिए वह मुझे बिगाड़ती रही, मेरी ज़िंदगी बर्बाद कर दी। जब मेरी इज्जत पर बात आई, तो मैं थाने पहुंची।
मामले में नया मोड़ तब आया जब दानिया ने अपनी सौतेली बहन का वीडियो अपलोड कर सौतेली मां को सबक सिखाने की बात कही। हालांकि युवती के खिलाफ उसकी मां ने पहले ही थाने में शिकायत दर्ज करा रखी है। बुधवार को दानिया भी पुलिस के पास पहुंची और खुलकर मीडिया के सामने आई।
5 फरवरी 2025 की रात दानिया अचानक घर से लापता हो गई थी। पिता सुहैन रज़ा ने प्रेमनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। अगले ही दिन दानिया के इंस्टाग्राम पर वीडियो वायरल हुए, जिसमें उसने खुद को बालिग बताते हुए कहा मेरा अपहरण नहीं हुआ, मैं अपनी मर्जी से हर्षित के साथ हूं। उस समय दानिया ने खुद को राधा बताते हुए दावा किया था कि उसने सनातन धर्म अपना लिया है और मंदिर में शादी कर ली है। वीडियो में वह सिंदूर और तिलक लगाए नज़र आई थी। साथ ही पिता से केस वापस लेने की गुहार लगाई थी।
फरवरी में दानिया ने एक और वीडियो में अपने माता-पिता को निर्दोष बताते हुए कहा था कि परवरिश अच्छी हुई है, गलती उसकी अपनी है, इसलिए माता-पिता को दोष न दिया जाए। ट्रोल करने वालों को भी उसने सोशल मीडिया पर जवाब दिया था। अब छह महीने बाद लौटकर दानिया ने फिर वही पुराने आरोप दोहराए हैं, लेकिन इस बार उसके बयानों में धर्म परिवर्तन और शादी का दावा पूरी तरह से गायब है।