खंड शिक्षाधिकारी सत्यदेव के अनुसार, सेंथल निवासी तफाकुर अली ने IGRS पोर्टल पर शिकायत की थी कि मदरसे के प्रधानाध्यापक ने मिड-डे मील फंड में बड़ी अनियमितता की है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए MDM फंड की जांच कराई गई।
11.18 लाख की जारी हुई थी धनराशि
जांच में सामने आया कि मदरसे को ₹11,18,612 की MDM राशि प्राप्त हुई थी। इसमें से ₹4,01,369 रुपये बच्चों के अभिभावकों के खातों में ट्रांसफर किए गए, लेकिन शेष ₹7,17,243 रुपये प्रधानाध्यापक रियाज असकरी ने स्वयं चेक काटकर अनुचर (क्लास IV कर्मचारी) रजा हैदर के माध्यम से निकाल लिए।
स्वयं के लाभ के लिए निकाली सरकारी राशि
जांच में पाया गया कि यह निकासी नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है और सरकारी राशि का निजी हित में उपयोग माना गया है। ऐसे में स्पष्ट होता है कि रियाज असकरी ने जानबूझकर फर्जीवाड़ा कर MDM की रकम का गबन किया।
सरकारी आदेश के तहत मुकदमा दर्ज
जांच रिपोर्ट के आधार पर खंड शिक्षाधिकारी सत्यदेव ने थाना हाफिजगंज में रिपोर्ट दर्ज कराई। अब पुलिस मामले की विस्तृत छानबीन कर रही है। संभव है कि मामले में और भी नाम सामने आएं।