पूछताछ में एहसान ने पुलिस को बताया कि उसने अपने पुराने साथी बाबू खां को पत्नी से नजदीकियों के शक में मार डाला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
पति के जेल जाने के बाद पत्नी से बाबू खां के हो गए थे संबंध
मृतक बाबू खां और आरोपी एहसान खां पहले एक साथ लूटपाट की वारदातें करते थे और कई बार जेल भी गए। जेल में रहते हुए एहसान को शक हुआ कि उसकी पत्नी अमरीना और बाबू खां के बीच कुछ गलत चल रहा है। उसका कहना है कि जब वह जेल में था, तो बाबू खां उसकी पत्नी को कचहरी में लेकर आता-जाता था। वहीं से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। बाहर निकलते ही एहसान को इसकी भनक लगी और उसने बाबू खां से बातचीत बंद कर दी।
पुलिस ने बिल्वा पुल के पास से किया गिरफ्तार
हत्या से एक दिन पहले बाबू खां गांव के ही इसराईल के मकान पर मजदूरी करने आया था। अगले दिन जब वह मिट्टी डालने की बात कर रहा था, तभी एहसान ने अपने घर के भीतर रखी छुरी उठाई और उसे घर के बाहर ही ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया। हमले के बाद वह मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सोमवार रात 2.40 बजे बिल्वा पुल के पास से एहसान को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर गांव के बाहर मेंथा के खेत से छुरी और खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए गए हैं।
गिरफ्तार करने वाली टीम में ये शामिल
एहसान का आपराधिक इतिहास भी लंबा है। उसके खिलाफ 1995 से लेकर अब तक लूट, डकैती और हत्या जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। गिरफ्तारी के दौरान भोजीपुरा इंस्पेक्टर प्रवीन सोलंकी, तेजपाल सिंह और आरक्षी हिमांशु कुमार की टीम ने इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उसे कोर्ट में पेश कर दिया है।