18 मई 2025 को क्यारा ब्लॉक के गौतारा प्राथमिक विद्यालय के पुनर्निर्माण का उद्घाटन किया गया। परियोजना की स्वीकृति समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत 2023-24 में हुई थी। ₹13.81 लाख का बजट शासन द्वारा स्वीकृत था। इसी बजट से नये सत्र से पहले विद्यालय का पुनर्निर्माण कराया गया।
शिलापट पर दिखा महामहिम का प्रभाव, सांसद गायब
प्राथमिक विद्यालय के शिलापट से भाजपा सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार का नाम नदारद है। इसके स्थान पर झारखंड के महामहिम और बरेली की राजनीति के धुरंधर माने जाने वाले संतोष गंगवार की बेटी अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की अध्यक्ष श्रुति गंगवार का नाम प्रमुखता से अंकित कर दिया गया, जबकि वह न तो कोई निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं और सरकार द्वारा प्रदत्त किसी संवैधानिक पद पर हैं।
सांसद समर्थकों में नाराज़गी, बीएसए ने दिए जांच के आदेश
शिक्षा विभाग के अफसरों के इस कारनामे से भाजपा सांसद के समर्थकों और अन्य जनप्रतिनिधियों में भारी असंतोष है। इसे सियासी अपमान के रूप में देखा जा रहा है। बरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित कर दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस निर्माण कार्य में किसी निजी संस्था या बैंक की कोई भूमिका नहीं है। ऐसे में श्रुति गंगवार का नाम शिलापट पर क्यों डाला गया, यह जांच का विषय है। इस मामले में संबंधित अधिकारियों और प्रधानाध्यापक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गांव के चौकीदार से लेकर ग्राम प्रधान तक का नाम, सांसद का नाम नहीं
शिलापट में गांव के चौकीदार, ग्राम प्रधान सुनीता गंगवार, पूर्व प्रधान महाराज सिंह, प्रबंध समिति के अध्यक्ष बाबूराम, नोडल इंजीनियर प्रवीण किशोर शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी पूरन सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार सहित कई नाम दर्ज हैं — लेकिन सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार का नाम पूरी तरह गायब है।
सांसद बोले, मुझे इसकी जानकारी नहीं है
भाजपा के बरेली से सांसद क्षत्रपाल सिंह ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। शिक्षा विभाग ने उन्हें नहीं बताया। किस शिलापट पर किसका नाम है। छोटी छोटी बातों पर ध्यान नहीं देता हूं। मीरगंज विधानसभा मेरे ही संसदीय क्षेत्र में है।
पारिवारिक कार्यक्रम में गौतारा गई थी, स्कूल में था सांस्कृतिक कार्यक्रम
अर्बन कोआपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन श्रुति गंगवार ने कहा कि मैं गौतारा प्रधान के निमंत्रण पर एक पारिवारिक कार्यक्रम में गई थी। वहां स्कूल का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी था। जिसमें क्षेत्रीय विधायक डा. डीसी वर्मा के साथ सम्मिलित हुई थी। शिक्षा विभाग के किसी अधिकारी की ओर से मुझे कोई आमंत्रण नहीं था। शिलापट पर नाम किसने अंकित किया, इसकी जानकारी नहीं है। मैंने स्कूल का उदघाटन नहीं किया है।