बगैर लाइसेंस और पंजीकरण के चल रही थी अवैध फैक्ट्री
शुक्रवार देर रात मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने छापेमारी की। जांच के दौरान सामने आया कि यह इकाई बिना किसी वैध लाइसेंस या पंजीकरण के लंबे समय से संचालित की जा रही थी, जहां सस्ते और हानिकारक कैमिकल से मिठाई तैयार कर बाजार में बेची जा रही थी।कैंसर, लीवर फेल्योर और किडनी हो सकती है खराब
मिठाई में उपयोग हो रहे स्टार्च, कृत्रिम रंग और रसायन न केवल शरीर के लिए हानिकारक हैं बल्कि लंबे समय तक सेवन करने पर ये कैंसर, लीवर फेल्योर और किडनी डैमेज जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।टीम ने रसगुल्ला, छेना और स्टार्च के तीन सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं। प्रारंभिक जांच में ये सभी पदार्थ अधोमानक व संदेहास्पद पाए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।